टोंक में बाढ़ का खतरा… छोड़ा जा रहा 12 हजार क्यूसेक पानी, स्कूलों में अवकाश!

जयपुर. राजस्थान के मौसम में 22 अगस्त को खास बदलाव देखने को मिला. पूर्वी राजस्थान के कई स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा हुई, जबकि कुछ स्थानों पर भारी से अत्यंत भारी बारिश भी दर्ज की गई. पश्चिमी राजस्थान में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई, और कुछ इलाकों में भारी वर्षा हुई.राज्य में सबसे अधिक वर्षा सवाईमाधोपुर तहसील में 254 मिमी दर्ज की गई, जो इस मौसम का सबसे अधिक रिकॉर्ड है. इसके अलावा, राज्य में सबसे अधिक अधिकतम तापमान बीकानेर में 39.2 डिग्री सेल्सियस था, जबकि न्यूनतम तापमान सिरोही में 19.9 डिग्री सेल्सियस रहा.

मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने इन आंकड़ों को जारी करते हुए बताया कि आगामी दिनों में बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है. किसानों को फसल के नुकसान से बचने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है, जबकि सामान्य जनजीवन को बारिश से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. राजस्थान के विभिन्न जिलों में हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है. बारां जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिसके चलते जिलेभर के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में आज छुट्टी घोषित कर दी गई है. जिला कलेक्टर ने इस आदेश को जारी किया है.

टोंक में स्कूलों में छुट्टी के आदेश
टोंक में कल सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में कक्षा 12वीं तक अवकाश घोषित कर दिया गया है. इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र भी बंद रहेंगे. कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने आदेश जारी करते हुए कहा कि मौसम विभाग की चेतावनी और पिछले 24 घंटे में हुई भारी बारिश के चलते बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है. कई इलाकों में तीन से चार फीट तक पानी भर जाने और नदी-नालों के उफान पर आने से परिवहन व्यवस्था भी प्रभावित हुई है.

12 घंटे के अंदर कोटा में चार इंच से अधिक बारिश

कोटा के इटावा इलाके में पिछले 12 घंटे में चार इंच से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है, जिससे जलभराव की समस्या और भी गंभीर हो गई है. टोंक जिले में मानसून फिर से सक्रिय हो गया है और बीती रात से लगातार बारिश का दौर जारी है. कभी हल्की रिमझिम तो कभी तेज बारिश ने शहर और ग्रामीण इलाकों को प्रभावित किया. अलीगढ़ क्षेत्र में सबसे अधिक 58 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि उनियारा में 61 मिमी, दूनी में 51 मिमी, नगरफोर्ट में 23 मिमी और टोंक में 11 मिमी बारिश हुई. जिले में अब तक औसत से 30% ज्यादा बारिश हो चुकी है, और कुल 847 मिमी बारिश दर्ज की गई है.

कोटा में भारी बारिश से हालात बिगड़े, कई इलाके जलमग्न

कोटा और सुल्तानपुर में मूसलधार बारिश का दौर जारी है, जिससे नगर पालिका की सिविल डिफेंस टीम को अलर्ट मोड पर रहना पड़ा है. सुल्तानपुर के कई इलाकों जैसे कालबेलिया बस्ती, मेघवाल बस्ती, गरीब नवाज कॉलोनी और तलाई मोहल्ले में पानी घुसने से लोग सुरक्षित स्थानों पर निकाले जा रहे हैं. शहर में बारां रोड पर जलभराव के कारण यातायात में परेशानी हो रही है. कोटा की 50 से अधिक कॉलोनियों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, और लोगों को घर से बाहर निकलने में मुश्किल हो रही है. भारी बारिश के चलते चंबल नदी में उफान आ गया है और कोटा बैराज से 25 हजार क्यूसेक पानी की निकासी शुरू हो गई है

सुल्तानपुर सड़क पर बह रहा तीन फीट पानी

सुल्तानपुर और दीगोद कस्बे में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, जहां सड़कों पर 2 से 3 फीट पानी बह रहा है. इन इलाकों में कई दुकानों और घरों में पानी घुस चुका है, जिससे दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. बूंदी जिले में भी लगातार बारिश के कारण श्यामू नदी के उफान से आवागमन प्रभावित हुआ है. नमाना इलाके में नदी की पुलिया पर पानी की आवक होने से रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं. इसके अलावा, सवाई माधोपुर जिले में भारी बारिश के कारण रेलवे स्टेशन और आस-पास के क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं. सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पर पटरियों के ऊपर ढाई से तीन फीट पानी भर चुका है, जिसके कारण ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हो रहा है.

राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात

माही बांध का गेट खुलते ही फैली पानी की चादर

डूंगरपुर जिले के बेणेश्वर धाम में माही बांध के गेट खोलने के बाद पानी की चादर फैल गई है, जिससे तीन पुलों पर जलभराव हो गया है. इस स्थिति को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. साथ ही, कोहरे और बारिश के चलते कई क्षेत्रों में सड़कों पर यातायात में रुकावटें आ रही हैं.राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश ने कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न कर दी है, और अब प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है.

कोटा में भारी बारिश से सड़कें हुई जलमग्न

कोटा में देर रात से शुरू हुई तेज बारिश का सिलसिला आज भी जारी है, जिससे शहर और ग्रामीण इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है. झमाझम बारिश के चलते कई कालोनियों और मोहल्लों में पानी भरने से आवागमन प्रभावित हो गया है. खासकर, निचले इलाकों में जलभराव की समस्या गंभीर हो गई है. बारिश के कारण कई घरों में पानी घुसने की खबरें आई हैं और सड़कें भी जलमग्न हो गई हैं, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

भारी बारिश से कोटा और सवाई माधोपुर में हाल बेहाल

सवाई माधोपुर में भी मूसलधार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति

वहीं, सवाई माधोपुर में भी मूसलधार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है. लटिया नाला और उसके आस-पास के निचले इलाकों में पानी भर गया है, जिससे कई कॉलोनियां जलमग्न हो गई हैं. जिले के सभी नदी-नाले उफान पर हैं और अनगिनत मकानों में पानी घुस चुका है. इसके कारण क्षेत्र में आवागमन के रास्ते भी अवरुद्ध हो गए हैं. प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं, जबकि लोग अपने घरों से बाहर निकलने में असमर्थ हैं. बारिश का यह सिलसिला अब तक दोनों जिलों में भारी समस्याएं उत्पन्न कर चुका है.

जयपुर में भी सड़के हुई जलमग्न

राजस्थान में मानसून फिर से एक्टिव हो गया है. इसके असर से तापमान में गिरावट हुई और उमस से राहत मिली है. गुरुवार को जयपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, कोटा, सीकर, भीलवाड़ा, बूंदी, पाली, जालोर, बारां सहित कई जिलों में सुबह से रुक-रुककर बारिश हुई. बूंदी में तो बारिश के साथ बिजली भी गिरी. इसके अलावा राजधानी जयपुर में भी दोपहर बाद फिर से तेज बारिश हुई. मूसलाधार बरसात के कारण शहर के निचले हिस्सों में पानी जमा हो गया है. कई जगह गाड़ियां भी फंस गईं. यहां, दिन के तापमान में 5 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है. इस कारण लोगों को तेज गर्मी और उमस से भी राहत मिली है.

पाली के रानी कस्बे में 131MM हुई बारिश

मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान पाली के रानी कस्बे में सबसे अधिक 131MM बरसात हुई. इसके अलावा पाली के ही सोजत में 82MM, सुमेरपुर में 58, देसूरी में 97, कोटा के दीगोद में 53, जालोर के आहोर में 72, भाद्राजून में 69, जालोर शहर में 85, जोधपुर के जनवार में 54, राजसमंद के देलवाड़ा में 67, खमनोर में 54, चित्तौड़गढ़ के भदेसर में 75, निम्बाहेड़ा में 64, बूंदी के केशवारायपाटन 82, बांसवाड़ा में 80, प्रतापगढ़ के दलोत में 45, सवाई माधोपुर के मलारना डूंगर में 51, सवाई माधोपुर शहर में 49, उदयपुर के घासा में 80, गोगुंदा में 55 और डबोक एयरपोर्ट में 76MM बरसात हुई. इन जिलों के अलावा जयपुर, सिरोही, नागौर, जोधपुर, डूंगरपुर, धौलपुर, करौली, दौसा, भरतपुर, टोंक, भीलवाड़ा समेत कई जिलों में 1 से 2 इंच तक बरसात हुई.

डेली डाटा रिपोर्ट

मौसम विभाग की डेली डाटा रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को राज्य में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई और कहीं-कहीं भारी वर्षा दर्ज की गई. तापमान की बात करें तो सर्वाधिक अधिकतम तापमान बीकानेर में 39.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सिरोही में 20.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, दर्ज प्रेक्षण के अनुसार राज्य के अधिकांश भागों में हवा में आर्द्रता की औसत मात्रा 60 से 100 प्रतिशत के मध्य दर्ज की गयी. मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में मानसून के इस सीजन में अब तक औसत से 38 फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है. राज्य में 1 जून से 20 अगस्त तक औसत बरसात 326.7MM होती है, जबकि इस सीजन में अब तक कुल 451.5MM बारिश हो चुकी है.

मौसम विभाग की फोरकास्ट रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को अजमेर में 31.4 डिग्री, भीलवाड़ा में 27.4, जयपुर में 30.8 डिग्री, सीकर में 35.4 डिग्री, कोटा में 28.2 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 33.6 डिग्री, बाड़मेर में 35.1 डिग्री, जैसलमेर में 38.9 डिग्री, जोधपुर में 34.2 डिग्री, बीकानेर में 39.2 डिग्री, चूरू में 36.7 डिग्री, श्री गंगानगर में 36.4 डिग्री, नागौर में 34.5 डिग्री, डूंगरपुर में 27.7 में डिग्री, जालौर में 27.4 डिग्री, सिरोही में 24.5 डिग्री, करौली में 32.5 डिग्री और दौसा में 33.3 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया.

मुख्य जिलों का न्यूनतम तापमान

मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को अजमेर में 23.2 डिग्री, भीलवाड़ा में 25.4 डिग्री, जयपुर में 23.1 डिग्री, पिलानी में 25.6 डिग्री, सीकर में 26.0 डिग्री, कोटा में 25.6 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 24.8 डिग्री, बाड़मेर में 28.0 डिग्री, जैसलमेर में 29.3 डिग्री, जोधपुर में 29.0 डिग्री, बीकानेर में 30.0 डिग्री, चूरू में 27.7 डिग्री और श्री गंगानगर में 26.3 डिग्री, नागौर में 27.1 डिग्री, डूंगरपुर में 14.6 में डिग्री, जालौर में 26.3 डिग्री, सिरोही में 20.8 डिग्री, करौली में 26.8 डिग्री और दौसा में 25.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया.

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, मानसून की ट्रफ लाइन अब दक्षिण दिशा से शिफ्ट होकर अपनी नॉर्मल पोजिशन के नजदीक आ गई है. शुक्रवार को ट्रफ लाइन जैसलमेर, कोटा, दतिया (MP), सीधी (MP), रांची (झारखंड) होकर गुजरेगी. इस कारण प्रदेश में भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है, जो अगले दो दिन और जारी रहने की संभावना है. मौसम केंद्र जयपुर ने राज्य में शुक्रवार को भी 4 जिलों (उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़) में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.

बूंदी में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू
बूंदी जिले के कापरेन कस्बे में लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. पानी भरने से कस्बे के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं और स्थानीय लोगों की जान-माल पर खतरा बढ़ गया है. संकट को देखते हुए एसडीआरएफ की टीम ने तुरंत मोर्चा संभाला और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास तेज हैं. प्रशासन और बचाव दल की नजर सभी संवेदनशील क्षेत्रों पर बनी हुई है.

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सवाई माधोपुर में पलटी नाव
सवाई माधोपुर के सूरवाल बांध में 8-10 सवारियों से भरी नाव पलट गई, जिसमें लोग मौज-मस्ती कर रहे थे. अचानक नाव बांध की चादर में फंस गई, जिससे चार लोगों को ग्रामीणों ने सुरक्षित निकाल लिया. हालांकि, बाकी सवार और नाव का कोई पता नहीं चल पाया है. घटनास्थल पर NDRF की टीम बुलाकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. बचाव दल प्रभावित लोगों को सुरक्षित निकालने और लापता नाव व यात्रियों की तलाश में जुटा हुआ है.

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टोंक नदी के पास न जाने की सलाह दी गई
टोंक के बीसलपुर बांध में पानी की आवक में वृद्धि के कारण गेट नंबर 9 और 10 से बनास नदी में 12 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. त्रिवेणी नदी 3 मीटर के उफान पर बह रही है. बांध का जलस्तर 315.50 RL मीटर स्थिर है. प्रशासन ने पूर्ण भराव क्षमता के अलावा भी पानी की निकासी जारी रखी है ताकि बांध सुरक्षित रहे. आसपास के लोगों को सतर्क रहने और नदी के पास न जाने की सलाह दी गई है.

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