ताइवान को मिला अमेरिका से वो 'अस्त्र', चीन का सबसे ताकतवर फाइटर जेट J-20 भी नहीं टिकता कहीं
Last Updated:
Taiwan China News: ताइवान को अमेरिका से 66 F-16 वाइपर फाइटर जेट्स की पहली किश्त मिली है. इससे ताइवान की सुरक्षा मजबूत होगी और चीन के फाइटर जेट्स को चुनौती मिलेगी.

एफ-16 की बदौलत अब ताइवान चीन को जवाब दे सकता है. (रॉयटर्स)
हाइलाइट्स
- ताइवान को मिले 66 F-16 वाइपर फाइटर जेट्स.
- अमेरिका से मिले जेट्स से ताइवान की सुरक्षा मजबूत होगी.
- चीन के J-20 फाइटर जेट्स को चुनौती देंगे F-16 वाइपर.
नई दिल्ली. ताइवान पर कब्जा करने की अपनी शैतानी चाल से चीन बाज नहीं आ रहा. आए दिन उसके फाइटर जेट ताइवान की सीमा में घुस जाते हैं और फिर बिना कुछ किए ही लौट आते हैं. हालांकि, ताइवान भी चीन की इस हिमाकत का जवाब पूरी ताकत के साथ देता है, लेकिन अब उसे अमेरिका का एक ऐसा हथियार मिल गया है, जिससे चीन के फाइटर जेट्स दूर से ही किनारा कर लेंगे. अब चीनी सेना को ताइवान के आसमान में उड़ने से पहले सौ नहीं हजार बार सोचना पड़ेगा क्योंकि अमेरिका ने अपना फाइटर जेट एफ-16 सौंप दिया है.
ताइवान ने कथित तौर पर लॉकहीड मार्टिन से ऑर्डर किए गए 66 F-16 वाइपर फाइटर जेट्स में से पहली किश्त हासिल कर ली है. इन विमानों के शामिल होने के बाद, अमेरिकी मूल के ये विमान ताइवान के लिए चीन की पांचवीं पीढ़ी के एडवांस फाइटर जेट्स J-20 के खिलाफ सबसे बड़ी उम्मीद होंगे. हालांकि, ताइवान ने आधिकारिक रूप से F-16 ब्लॉक 70 वाइपर मिलने की घोषणा नहीं की है. लेकिन अमेरिकी कांग्रेस सदस्य विलियम टिमन्स ने X पर “F-16 ताइवान डिलीवरी सेरेमनी” की तस्वीरें पोस्ट की हैं, जो साउथ कैरोलिना के ग्रीनविल में निर्माता लॉकहीड मार्टिन के फैसिलिटी सेंटर पर हुई थी.
ताइवान के रक्षा उप मंत्री पो होरंग-हुई और अमेरिका में ताइवान के प्रतिनिधि, अलेक्जेंडर यूई, ने भी कथित तौर पर इस समारोह में भाग लिया. इसके अलावा, ताइवान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव-जनरल जोसेफ वू ने भी एक फोटो पोस्ट की जिसमें वे एक F-16 के सामने खड़े हैं और कैप्शन में लिखा है: “हम जल्द ही अपने आसमान की रक्षा के लिए 66 नए F-16 वाइपर (ब्लॉक 70) हासिल करेंगे.”
स्थानीय मीडिया के अनुसार, इन लड़ाकू विमानों की पहली खेप 7वें टैक्टिकल फाइटर विंग को सौंपी जाएगी, जो ताइवान के पूर्वी क्षेत्र की रक्षा के लिए एक नया वायु सेना इकाई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिपब्लिक ऑफ चाइना एयर फोर्स (RoCAF) के लड़ाकू पायलटों को एफ-16 वाइपर पर प्रशिक्षण के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका भेजा गया है.
बीजिंग ने ताइवान स्ट्रेट में अपनी सैन्य गतिविधि बढ़ा दी है, जिसमें ताइवान द्वीप की घेराबंदी का अभ्यास भी शामिल है, और हाल ही में ऐसे बार्ज लॉन्च किए हैं जो आक्रमण की स्थिति में टैंक और बख्तरबंद वाहनों को पहुंचाने के लिए उपयोग किए जा सकते हैं. ताइवान का एफ-16वी का अधिग्रहण एक बड़े सैन्य आधुनिकीकरण प्रयास का हिस्सा है, जिसे लगातार प्रजातंत्र समर्थक सरकारों ने संभावित चीनी आक्रमण को रोकने के लिए शुरू किया है.