जयपुर. राजस्थान में सक्रिय मानसून के चलते कई जिलों में भारी बारिश का असर देखने को मिल रहा है. कोटा के इटावा क्षेत्र में लगातार बारिश से हालात गंभीर हो गए हैं. कालीसिंध नदी के किनारे बसा नारायणपुरा गांव पूरी तरह जलमग्न होकर टापू में तब्दील हो गया है. विनायका ग्रिड में गांगी खाड़ी का पानी घुसने से आस-पास के गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है. इटावा-कोटा और इटावा-पीपल्दा मार्ग पर पानी भरने से आवागमन बंद हो गया है, जिससे डेढ़ दर्जन गांवों का संपर्क टूट गया है. कई कॉलोनियों में जलभराव हो गया है और हजारों बीघा खेतों में पानी भरने से फसलें नष्ट हो गई है.
इधर, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और करौली जिलों में भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए जिला कलेक्टरों ने 23 अगस्त को सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है. बांसवाड़ा में आंगनबाड़ी व मां-बाड़ी केंद्र भी बंद रहेंगे, लेकिन स्टाफ की उपस्थिति अनिवार्य रहेगी.कलेक्टर ने आदेशों की अवहेलना पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है. करौली जिले में लगातार बारिश के बाद पांचना बांध का जलस्तर 258.30 मीटर तक पहुंच गया है. जलस्तर नियंत्रित करने के लिए बांध के चार गेट खोलकर 26233 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. जल संसाधन विभाग ने डाउन स्ट्रीम क्षेत्र के लोगों को सतर्क रहने की अपील की है. प्रशासन पूरी स्थिति पर निगरानी बनाए हुए है.
करौली में दीवार ढहने से कार क्षतिग्रस्त
करौली जिले में बारिश का कहर लगातार नुकसान पहुंचा रहा है. नादौती क्षेत्र के गुढ़ाचंद्रजी में बन रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन की दीवार सोमवार को अचानक ढह गई. दीवार सीधा पास में खड़ी एक कार के ऊपर आ गिरी, जिससे कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. कार मालिक ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बिना किसी गलती के उनकी गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है. अब मुआवजे को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.
कोटपूतली में भरभराकर गिरा मकान
कोटपूतली में लगातार बारिश ने एक और नुकसान दर्ज कर दिया. नगर परिषद के पास बने एक मकान का पिछला हिस्सा देर शाम अचानक भरभराकर गिर पड़ा. सुबह से ही इलाके में हल्की बारिश हो रही थी, लेकिन शाम को बारिश ने रफ्तार पकड़ ली और इसी दौरान मकान का हिस्सा ढह गया. गनीमत रही कि हादसे के वक्त घरवाले मकान के दूसरे हिस्से में मौजूद थे, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई. स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस जगह यह हादसा हुआ, वहां आसपास घनी आबादी है. ऐसे में अगर गिरते समय कोई मौजूद होता तो बड़ा हादसा हो सकता था. घटना के बाद लोग मौके पर जमा हो गए और प्रशासन को सूचना दी गई. अब नगर परिषद और स्थानीय अधिकारी मौके का जायजा लेकर सुरक्षित व्यवस्था करने की कवायद में जुटे हैं.
राजस्थान के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात
राजस्थान में मानसून एक बार फिर एक्टिव होने के बाद कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. शुक्रवार को कोटा संभाग में सबसे अधिक बारिश दर्ज गई. यहां, अधिकांश इलाके जलमग्न हो गए. यहां फंसे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ सेना से मदद ली गई. इसके अलावा बूंदी के नैनवां में 9 घंटे में 13 इंच पानी बरसा. बूंदी के अलावा सवाई माधोपुर, बारां, कोटा, टोंक में भी कुछ इलाकों में भारी बारिश दर्ज हुई. सवाई माधोपुर में भी बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. यहां रेलवे स्टेशन पर पटरियां पानी में डूब गई, जिससे 5 ट्रेन प्रभावित हुई है.
राजस्थान में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
सवाई माधोपुर की स्थिति का मंत्री ने लिया हवाई जायजा
सवाई माधोपुर में भारी बरसात ने रेल यातायात को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है. हालात ऐसे हैं कि लगभग सभी गाड़ियां औसतन 2 से 5 घंटे की देरी से चल रही हैं. सबसे ज्यादा परेशानी जयपुर–मुंबई सुपर एक्सप्रेस के यात्रियों को हो रही है, जो करीब 6 घंटे की देरी से अपने गंतव्य की ओर रवाना हुई. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक लगातार बारिश से खेरदा की रेलवे पुलिया पर लटिया नाले का पानी आ गया है. इसके चलते ट्रैक पर पानी भर गया और कई जगह हालात बिगड़ गए. नतीजतन, सुरक्षा के लिहाज से केवल एक ही ट्रैक को चालू रखा गया है, जिस वजह से ट्रेन संचालन धीमा हो गया है. कृषि मंत्री डॉक्टर किरोडी लाल मीणा तथा गृहमंत्री जवाहर सिंह ने हेलीकॉप्टर से हवाई सर्वे किया और बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया.
बूंदी के नैनवां में हुई 335MM बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे में बूंदी के नैनवां में सुबह 8 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक 335MM पानी बरसा. इसके अलावा बूंदी के ही केशवारायपाटन में 165, रायथल में 93, बारां जिले के अंता में 112, किशनगंज में 109, मांगरोल में 108, बारां शहर में 129, दौसा के रामगढ़-पचवारा में 143, राहुवास में 57, महुवा में 56, भरतपुर के नगर में 52, जयपुर के चौमूं में 93, रामपुरा डाबरी में 59, जालसू में 50, कोटा के सुल्तानपुर में 180, दीगोद में 118, कानावास में 53, सवाई माधोपुर के मलारना डूंगर में 62, मित्रपुरा में 56, सीकर के रींगस में 60 और टोंक के नगर फोर्ट में 118MM बरसात हुई.
बारिश का सीध असर पांचना बांध पर
करौली जिले में पांचना बांध से पानी की निकासी की मात्रा एक बार फिर कम कर दी गई है. पहले बांध के चार गेट खोलकर करीब 17,496 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था, लेकिन अब इसकी मात्रा घटाकर 5,350 क्यूसेक कर दी गई है. फिलहाल बांध का जलस्तर 258 मीटर पर बना हुआ है, जबकि बांध की अधिकतम क्षमता 258.62 मीटर है. जानकारी के मुताबिक इस मानसून सीजन में अब तक बांध से 3,920 एमसीएफटी पानी की निकासी हो चुकी है. निकासी घटाने से डाउनस्ट्रीम इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति से राहत मिलेगी, हालांकि जलस्तर पर प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर बारिश का दौर जारी रहा तो जल निकासी की मात्रा फिर से बढ़ानी पड़ सकती है.
डेली डाटा रिपोर्ट
मौसम विभाग की डेली डाटा रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को राज्य में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और कहीं-कहीं भारी वर्षा दर्ज की गई. तापमान की बात करें तो राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान श्रीगंगानगर में 38.9 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सिरोही में 19.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दर्ज प्रेक्षण के अनुसार राज्य के अधिकांश भागों में हवा में आर्दता की औसत मात्रा 50 से 100 प्रतिशत के मध्य दर्ज की गयी.
मुख्य जिलों का अधिकतम तापमान
मौसम विभाग के फोरकास्ट रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को अजमेर में 27.8 डिग्री, भीलवाड़ा में 28.3, जयपुर में 28.8 डिग्री, सीकर में 31.5 डिग्री, कोटा में 25.8 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 33.6 डिग्री, बाड़मेर में 35.4 डिग्री, जैसलमेर में 36.5 डिग्री, जोधपुर में 33.0 डिग्री, बीकानेर में 38.0 डिग्री, चूरू में 38.3 डिग्री, श्री गंगानगर में 38.9 डिग्री, नागौर में 33.9 डिग्री, डूंगरपुर में 28.5 में डिग्री, जालौर में 31.8 डिग्री, सिरोही में 25.3 डिग्री, करौली में 31.8 डिग्री और दौसा में 30.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया.
मुख्य जिलों का न्यूनतम तापमान
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को अजमेर में 23.8 डिग्री, भीलवाड़ा में 24.9 डिग्री, जयपुर में 24.7 डिग्री, पिलानी में 24.7 डिग्री, सीकर में 24.5 डिग्री, कोटा में 24.0 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 24.6 डिग्री, बाड़मेर में 24.8 डिग्री, जैसलमेर में 25.5 डिग्री, जोधपुर में 25.0 डिग्री, बीकानेर में 26.8 डिग्री, चूरू में 26.8 डिग्री और श्री गंगानगर में 28.5 डिग्री, नागौर में 25.2 डिग्री, डूंगरपुर में 24,6 में डिग्री, जालौर में 26.1 डिग्री, सिरोही में 19.9 डिग्री, करौली में 25.7 डिग्री और दौसा में 25.9 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया.
भारी बारिश के चलते स्कूलों में छुट्टी
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक, मानसून पिछले दो सप्ताह से इनएक्टिव मोड में था. मानसून ट्रफ के नॉर्मल पॉजीशन में आने से मानसून फिर एक्टिव फेज में आया. एक्टिव फेज में आने के साथ ही मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेन सिस्टम एक्टिव हुआ. इस सिस्टम में मूवमेंट नहीं होने से यहीं स्टेबल रहा. इस कारण से राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में इतनी भारी बारिश देखने को मिल रही है.
विभाग ने आज भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. इसके साथ बूंदी, कोटा, राजसमंद, पाली, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, सिरोही, जालोर में ऑरेंज अलर्ट है. इसके अलावा जैसलमेर-बीकानेर को छोड़कर शेष सभी जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. बारिश के चलते चित्तौड़गढ़, बारां, टोंक, सवाई माधोपुर, झालावाड़, कोटा, बूंदी, डूंगरपुर, भीलवाड़ा में शनिवार को स्कूलों की छुट्टी रहेगी.
करौली में हो रही लगातार बारिश
करौली जिले के मंडरायल और मध्य प्रदेश सीमा पर चंबल नदी फिर उफान पर है. मंडरायल-करणपुर क्षेत्र में जलस्तर तेजी से बढ़कर 163.90 मीटर हो गया है, जबकि खतरे का निशान 165 मीटर है. क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश और कोटा बैराज से जल निकासी के कारण तटीय गांवों के ग्रामीण सतर्क हैं. कलेक्टर और SP ने अधिकारियों को ग्रामीणों के संपर्क में रहने और आपातकालीन आपदा प्रबंधन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
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बारां में बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड
बारां जिले में भारी बारिश ने सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए. कई तहसीलों में एक ही दिन 200 मिमी से अधिक बारिश हुई, जिसमें अंता में 240, बारां में 237 और किशनगंज में 235 मिमी बारिश दर्ज की गई. बीते 24 घंटों में मांगरोल और शाहाबाद में भी भारी वर्षा हुई. तेज बहाव से किशनगंज स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास जलमग्न हो गया. करीब 100 से अधिक छात्राओं ने सुरक्षित रहने के लिए छात्रावास की दूसरी मंजिल पर शरण ली.
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दौसा में मूसलाधार बारिश
दौसा जिले के लालसोट में शनिवार सुबह करीब 10 बजे से मूसलाधार बारिश का दौर शुरू हुआ, जो लगातार जारी है. तेज बारिश के कारण शहर के कई इलाकों और कॉलोनियों में पानी भर गया है. घरों में पानी घुसने से लोग परेशान हो गए हैं, वहीं सड़कों पर जलभराव से यातायात भी प्रभावित हुआ है. लगातार हो रही बारिश से हालात और बिगड़ने की संभावना जताई जा रही है. प्रशासन ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है, जबकि स्थानीय लोग घरों में ही फंसे हैं. बारिश ने लालसोट का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है.
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करौली में लगातार बारिश से बिगड़े हालात
करौली जिले में लगातार हो रही बारिश से हालात बिगड़ने लगे हैं. लांगरा क्षेत्र के बुगड़ार गांव में पुलिया पार करते समय 22 वर्षीय वीरसिंह जाटव पुत्र रामसिंह बह गए, जिससे गांव में हड़कंप मच गया. घटना के बाद से युवक का कोई सुराग नहीं मिला है. दो घंटे से ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर जुटकर तलाश कर रहे हैं. भारी बारिश और तेज बहाव के चलते राहत और बचाव कार्य में दिक्कतें आ रही हैं. प्रशासन को सूचना दी गई है और राहत टीम को मौके पर बुलाया गया है. जनजीवन पर बारिश का असर बढ़ता जा रहा है.
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एसपी कार्यालय परिसर में पानी भरा
दौसा जिले में लगातार मूसलाधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह प्रभावित कर दिया है. लालसोट और जिला मुख्यालय में हालात गंभीर होते जा रहे हैं. एसपी कार्यालय परिसर में पानी भर गया, वहीं सीओ रवि प्रकाश के चेंबर तक पानी घुस गया. यहां तक कि एसपी और डीएसपी की गाड़ियां भी पानी में आधी डूबी नजर आईं. जिले के कई इलाकों और कॉलोनियों में जलभराव से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है, लेकिन लगातार हो रही बारिश से राहत के आसार फिलहाल कम दिख रहे हैं.
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