Purnia News पूर्णिया के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में जीवित व्यक्ति को ही पोस्टमार्टम में भेजने का आरोप लगाकर स्वजनों ने जमकर हंगामा किया। स्वजन मृत को जीवित समझकर दोबारा जांच के लिए ले गए। जहां एक बार फिर से डाक्टरों ने व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया। शव के नाक से खून निकलने पर मामले ने तूल पकड़ लिया। Purnia News: पूर्णिया में जीवित व्यक्ति को ही पोस्टमार्टम में भेजने का आरोप लगाकर स्वजनों ने जमकर हंगामा किया। जागरण संवाददाता, पूर्णिया। Purnia News राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में शनिवार को जीवित को ही पोस्टमार्टम में भेजने के आरोप पर जमा कर हंगामा हो गया। स्वजन इमरजेंसी वार्ड में शव के जीवित होने की बात को लेकर उग्र हो गए। जिस व्यक्ति के जीवित होने की बात स्वजन कर रहे थे, उसे इमरजेंसी वार्ड में लाया गया। दोबारा जांच के बाद चिकित्सक ने उसे फिर से मृत घोषित कर दिया। इस दौरान हंगामा इतना बढ़ गया कि वार्ड से सभी चिकित्सकों और स्टाफ को भागना पड़ा। शनिवार को तीन बाइक सवार लोगों की दुर्घटना में मौत हो गई थी। पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम कराया जा रहा था। इस दौरान 60 वर्षीय मृतक मु. निजाम की नाक से निकल रहे खून को देखकर स्वजन ने उसे जीवित समझ लिया। मृतक की जांच के लिए उसे स्वजन आपातकालीन वार्ड लेकर पहुंचे। चिकित्सक ने जांच बाद मृत घोषित कर दिया। इसके बाद स्वजन शांत नहीं हुए और हंगामा होता रहा। लोगों को उग्र होते देख आपातकालीन वार्ड के डाक्टर और कर्मी मौके से फरार हो गए। सूचना के बाद केहाट, सहायक खजांची, मधुबनी एवं फणीश्वर नाम रेणु टीओपी की पुलिस मौके पर पहुंच कर हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराया। काफी समझाने के बाद लोगों विश्वास हो गया कि निजाम की मौत हो गई है। सड़क दुर्घटना के बाद तीन लोगों को अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया था। एक व्यक्ति जिसके बारे में स्वजन जीवित होने की बात कर रहे थे, उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मृत घोषित करने के बाद उसको पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। पोस्टमार्टम प्रक्रिया में काफी समय लगता है। उसी दौरान एक मृतक की नाक से खून निकल रहा था। दुर्घटना की स्थिति में ऐसा हो सकता है। उसी से स्वजन उसे जीवित मानने लगे और दोबारा उसे इमरजेंसी वार्ड लाया गया। वहां दोबारा जांच हुई। मृत घोषित करने में लापरवाही नहीं हुई थी। – डा. भरत कुमार, उपाधीक्षक, जीएमसीएच

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