Updated: Wed, 08 Oct 2025 06:00 AM (IST) हरियाणा के सीनियर आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने सेक्टर-11 स्थित अपनी कोठी में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वह 2001 बैच के आईपीएस अफसर थे। उनकी पोस्टिंग रोहतक के सुनारिया स्थित पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में हुई थी। दूसरी ओर उनके गनमैन सुशील के विरुद्ध रोहतक में एफआईआर दर्ज हुई थी जिसमें उस पर शराब कारोबारी से पैसे मांगने का आरोप था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। हरियाणा के सीनियर आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे अपनी सेक्टर-11 स्थित कोठी नंबर-116 में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वह 2001 बैच के आइपीएस अफसर थे। 29 सितंबर को उनकी पोस्टिंग रोहतक रेंज आइजी से रोहतक के सुनारिया स्थित पुलिस ट्रेनिंग कालेज (पीटीसी) में आइजी के तौर पर हुई थी। दूसरी ओर पूरन कुमार के साथ अटैच गनमैन हेड कांस्टेबल सुशील के विरुद्ध रोहतक के अर्बन एस्टेट थाना में सोमवार को एक एफआइआर दर्ज हुई थी। इसमें सुशील पर रोहतक के शराब कारोबारी पवन बंसल से ढाई लाख रुपये मंथली मांगने का आरोप लगाया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें कारोबारी ने सुशील कुमार के पैसे मांगते व लेते समय की आडियो व वीडियो क्लिप भी पुलिस को सौंपी थी। मंगलवार सुबह रोहतक पुलिस ने इस केस में पूछताछ के बाद सुशील कुमार को गिरफ्तार कर लिया था। गनमैन सुशील ने लिया था आईपीएस पूरन का नाम रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारणिया के अनुसार पूछताछ में सुशील ने आइपीएस पूरन कुमार का नाम लिया था। सूत्रों के अनुसार जब रोहतक पुलिस गिरफ्तार सुशील को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने गई थी तो उसी दौरान चंडीगढ़ में पूरन कुमार ने आत्महत्या कर ली। वहीं इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से नौ पेज का एक फाइनल नोट और एक वसीयत मिली है। इसी आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। गनमैन से दोपहर एक बजे सरकारी पिस्तौल मांगी, फिर बेसमेंट के साउंडप्रूफ आफिस में गए, वहां कुर्सी पर बैठकर सिर में गोली मारी। गनमैन की पिस्तौल से मारी खुद को गोली शुरुआती जांच के अनुसार पूरन कुमार ने दोपहर करीब एक बजे अपने गनमैन से सरकारी पिस्तौल मांगी और कहा कि उन्हें कुछ काम है। इसके बाद वह कोठी के बेसमेंट में बने ऑफिस में चले गए। बेसमेंट पूरी तरह साउंडप्रूफ था, इसलिए गोली चलने की आवाज घर के किसी सदस्य को सुनाई नहीं दी। करीब एक घंटे बाद जब उनकी बेटी किसी काम से बेसमेंट में पहुंची तो देखा कि पिता सोफे पर गिरे पड़े हैं और उनके सिर से खून बह रहा है। बेटी ने तुरंत सुरक्षाकर्मियों को बुलाया और पुलिस को सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही आइजी पुष्पेंद्र सिंह, एसएसपी कंवरदीप कौर, एसपी सिटी प्रियंका, सीएफएसएल टीम और फारेंसिक विशेषज्ञ मौके पर पहुंचे। पूरे घर को सील कर लिया गया । शव को पोस्टमार्टम के लिए सेक्टर-16 के अस्पताल पहुंचा गया। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम होगा। पूरन की आइएएस पत्नी सीएम संग जापान दौरे पर पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार भी हरियाणा में सीनियर आइएएस हैं। वह 2001 बैच की अधिकारी हैं। इस समय वह मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ आधिकारिक दौरे पर जापान में हैं। पुलिस ने बताया कि घटना की सूचना उन्हें और परिवार के अन्य सदस्यों को दे दी गई है। पीटीसी सुनारिया में आज संभालना था कार्यभार पूरन कुमार की हाल ही में रोहतक की सुनारिया पुलिस ट्रेनिंग कालेज में पोस्टिंग हुई थी। इससे पहले वह रोहतक रेंज के आइजी थे। 29 सितंबर को हरियाणा सरकार के आदेशों के अनुसार उन्हें ट्रेनिंग कालेज में भेजा गया था। बुधवार को उन्हें वहां पर कार्यभार संभालना था। एक वसीयत भी फाइनल नोट के साथ रखी मिली चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर ने बताया कि आइपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने आत्महत्या की है। इसी आधार पर जांच बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौके से नौ पन्नों का फाइनल नोट मिला है। एक वसीयत भी पुलिस ने बरामद की है। घटनास्थल की वीडियोग्राफी भी करवाई गई है। वारदात में इस्तेमाल पिस्तौल को जब्त कर लिया है। अंबाला से गहरा नाता, यहीं मिले थे सुशील से वर्ष 1973 में जन्मे सीनियर आइपीएस पूरन कुमार मूलरूप से आंध्र प्रदेश के थे। 2001 में आइपीएस हरियाणा कैडर मिलने के बाद उनकी अंडर ट्रेनिंग पोस्टिंग अंबाला में हुई थी। इसके बाद एएसपी के तौर पर पहली पोस्टिंग भी अंबाला में ही हुई थी। इसके बाद वे अंबाला में एसपी बने और बाद में पुलिस बटालियन के कमांडेंट, एसपी रेलवे और फिर अंबाला में ही पुलिस रेंज के आइजी रहे। जिस हैडकांस्टेबल सुशील की गिरफ्तारी हुई है, वह अंबाला से ही पूरन कुमार के संपर्क में था। जहां-जहां पूरन कुमार की तैनाती होती रही वो उनके साथ अटैच रहा। सुशील कुमार यमुनानगर के फर्कपुर गांव का रहने वाला है। पूरन कुमार वर्ष 2013 में चार माह तक यमुनानगर में भी एसपी तैनात रहे थे। कारोबारी से वसूली करने गया तो फंसा सीनियर आइपीएस वाई पूरन कुमार पर रोहतक पुलिस की चल रही पूरी कार्रवाई रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारणिया ने स्पष्ट कर दी है। उन्होंने बताया कि रोहतक रेंज के आइजी रहते आइपीएस पूरन कुमार ने शराब ठेकेदार को दो महीने पहले अपने आफिस में बुलाया था। शराब कारोबार की हालत व कुछ अन्य बातें पूछने के बाद कहा कि कोई समस्या आए तो आगे से वो हेड कांस्टेबल सुशील कुमार से बात कर लें। एसपी बिजारणिया के अनुसार इसके बाद सुशील कुमार हर रोज शराब ठेकेदार व उनके पार्टनर को फोन करने लगा कि आइजी साहब को ढाई लाख रुपये मंथली देनी पड़ेगी। इतना ही नहीं, पूरन कुमार के रोहतक आइजी रेंज से ट्रांसफर होने के बाद भी सुशील फोन कर दबाव बनाता रहा। एक बार जब वो रिश्वत के पैसे लेने गया तो ठेकेदार ने ओडियो व वीडियो रिकार्डिंग कर ली। इसके बाद ठेकेदार ने सोमवार को अर्बन एस्टेट थाना में आडियो व वीडियो के आधार पर शिकायत दी तो मामले में केस दर्ज कर लिया गया था। रोहतक एसपी के अनुसार मंगलवार सुबह सुशील कुमार को गिरफ्तार कर दोपहर को जेल भेज दिया गया। उसी दौरान उन्हें आइपीएस पूरन कुमार के सुसाइड की सूचना मिली। वहीं ये भी पता चला है कि सुशील से उसके अधिवक्ता की मौजूदगी में अर्बन एस्टेट थाना में पूछताछ की गई थी।

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