नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश की यात्रा पर जाएंगे। लगभग 11:15 बजे वे नंदयाल जिले के श्रीशैलम में श्री भ्रामराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी वरला देवस्थानम में पूजा और दर्शन करेंगे। इसके बाद, दोपहर लगभग 12:15 बजे, वे श्रीशैलम स्थित श्री शिवाजी स्फूर्ति केंद्र का दौरा करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री कुरनूल जाएंगे, जहां वे लगभग 2:30 बजे करीब 13,430 करोड़ रुपए की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। इस अवसर पर वे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि मैं 16 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश में रहूंगा। मैं श्रीशैलम स्थित श्री भ्रामराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी वरला देवस्थानम में प्रार्थना करूंगा। उसके बाद, मैं कुरनूल जाऊंगा, जहां 13,400 करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास किया जाएगा। ये कार्य बिजली, रेलवे, पेट्रोलियम, रक्षा, उद्योग आदि क्षेत्रों में होंगे।
प्रधानमंत्री श्री भ्रामराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी वरला देवस्थानम में पूजा और दर्शन करेंगे, जो 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक और 52 शक्तिपीठों में से एक है। इस मंदिर की अनूठी विशेषता एक ही मंदिर परिसर में एक ज्योतिर्लिंग और एक शक्तिपीठ का सह-अस्तित्व है, जो इसे पूरे देश में अपनी तरह का एक अनूठा मंदिर बनाता है।
पीएम मोदी श्री शिवाजी स्फूर्ति केंद्र का भी दौरा करेंगे, जो एक स्मारक परिसर है जिसमें एक ध्यान मंदिर (ध्यान कक्ष) है जिसके चारों कोनों पर चार प्रतिष्ठित किलों- प्रतापगढ़, राजगढ़, रायगढ़ और शिवनेरी- के मॉडल स्थापित हैं। इसके केंद्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की गहन ध्यान मुद्रा में एक प्रतिमा है। यह केंद्र श्री शिवाजी स्मारक समिति द्वारा संचालित है, जिसकी स्थापना श्रीशैलम में छत्रपति शिवाजी महाराज की 1677 में इस पवित्र तीर्थस्थल की ऐतिहासिक यात्रा के उपलक्ष्य में की गई थी।
पीएम मोदी लगभग 13,430 करोड़ रुपए की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और लोकार्पण करेंगे। ये परियोजनाएं उद्योग, विद्युत पारेषण, सड़क, रेलवे, रक्षा विनिर्माण, और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस सहित प्रमुख क्षेत्रों से जुड़ी हैं, जो क्षेत्रीय अवसंरचना को बढ़ाने, औद्योगीकरण में तेजी लाने और राज्य में समावेशी सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को प्रतिबिंबित करती हैं।
प्रधानमंत्री 2,880 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से कुरनूल-III पूलिंग स्टेशन पर पारेषण प्रणाली सुदृढ़ीकरण परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इस परियोजना में 765 केवी डबल-सर्किट कुरनूल-III पूलिंग स्टेशन-चिलकलुरिपेटा पारेषण लाइन का निर्माण शामिल है, जिससे रूपांतरण क्षमता में 6,000 एमवीए की वृद्धि होगी, नवीकरणीय ऊर्जा का बड़े पैमाने पर पारेषण संभव होगा और देश के विकास को गति मिलेगी।
प्रधानमंत्री कुरनूल में ओर्वाकल औद्योगिक क्षेत्र और कडप्पा में कोप्पर्थी औद्योगिक क्षेत्र की आधारशिला भी रखेंगे, जिन पर कुल 4,920 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश होगा। राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास एवं कार्यान्वयन ट्रस्ट (एनआईसीडीआईटी) और आंध्र प्रदेश औद्योगिक अवसंरचना निगम लिमिटेड (एपीआईआईसी) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित, ये आधुनिक, बहु-क्षेत्रीय औद्योगिक केंद्र प्लग-एंड-प्ले (तुरंत शुरु करने लायक) अवसंरचना और वॉक-टू-वर्क (तुरंत काम करने लायक) अवधारणा से युक्त हैं। इनसे 21,000 करोड़ रुपए का निवेश आकर्षित होने और लगभग एक लाख रोजगार सृजित होने की उम्मीद है, जिससे आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र में औद्योगिक विकास और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा।
सड़क अवसंरचना को बढ़ाने के लिए, प्रधानमंत्री सब्बावरम से शीलानगर तक छह लेन वाले ग्रीनफील्ड राजमार्ग की आधारशिला रखेंगे, जिसकी लागत 960 करोड़ रुपए से अधिक है तथा जिसका उद्देश्य विशाखापत्तनम में भीड़भाड़ कम करना और व्यापार एवं रोजगार को सुविधाजनक बनाना है। इसके अलावा, लगभग 1,140 करोड़ रुपये की छह सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा, जिनमें पिलेरू-कलूर खंड का चार लेन का निर्माण, कडप्पा/नेल्लोर सीमा से सीएस पुरम तक चौड़ीकरण, राष्ट्रीय राजमार्ग-165 पर गुडीवाड़ा और नुजेला रेलवे स्टेशनों के बीच चार लेन का रेल ओवर ब्रिज (आरओबी), राष्ट्रीय राजमार्ग-716 पर पापाग्नि नदी पर प्रमुख पुल, राष्ट्रीय राजमार्ग-565 पर कनिगिरी बाईपास और राष्ट्रीय राजमार्ग-544डीडी पर एन. गुंडलापल्ली शहर में बाईपास खंड का सुधार शामिल हैं। इन परियोजनाओं से सुरक्षा में सुधार होगा, यात्रा की अवधि में कमी आयेगी तथा आंध्र प्रदेश में क्षेत्रीय परिवहन-संपर्क मजबूत होगा।
प्रधानमंत्री 1,200 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली कई प्रमुख रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। इन परियोजनाओं में कोट्टावलसा-विजयनगरम चौथी रेलवे लाइन और पेंडुर्ती व सिम्हाचलम उत्तर के बीच रेल फ्लाईओवर का शिलान्यास तथा कोट्टावलसा-बोड्डावारा खंड और शिमिलिगुड़ा-गोरपुर खंड के दोहरीकरण का लोकार्पण शामिल हैं। ये परियोजनाएं भीड़भाड़ कम करेंगी, तेज और सुरक्षित यात्राएं सुनिश्चित करेंगी, यात्रियों और माल की सुगम आवाजाही को सुविधाजनक बनाएंगी और पूरे क्षेत्र में औद्योगिक, व्यापारिक और पर्यटन विकास को बढ़ावा देंगी, साथ ही स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेंगी।
प्रधानमंत्री ऊर्जा क्षेत्र में लगभग 1,730 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित गेल इंडिया लिमिटेड की श्रीकाकुलम-अंगुल प्राकृतिक गैस पाइपलाइन राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जो आंध्र प्रदेश में लगभग 124 किलोमीटर और ओडिशा में 298 किलोमीटर तक फैली है। वे चित्तूर, आंध्र प्रदेश में लगभग 200 करोड़ रुपए के निवेश से स्थापित इंडियन ऑयल के 60 टीएमटीपीए (हजार मीट्रिक टन प्रति वर्ष) एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र का भी उद्घाटन करेंगे। यह संयंत्र आंध्र प्रदेश के चार जिलों, तमिलनाडु के दो जिलों और कर्नाटक के एक जिले में 80 वितरकों के माध्यम से 7.2 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करेगा। यह संयंत्र क्षेत्र में घरेलु और व्यावसायिक उपयोग के लिए विश्वसनीय एलपीजी आपूर्ति सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
रक्षा विनिर्माण को मजबूत करने के लिए, प्रधानमंत्री कृष्णा जिले के निम्मलुरु में एडवांस्ड नाइट विजन प्रोडक्ट्स फैक्ट्री का लोकार्पण करेंगे, जिसे लगभग 360 करोड़ रुपए के निवेश से भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा स्थापित किया गया है। यह सुविधा भारतीय रक्षा बलों के लिए उन्नत इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल प्रणालियों का निर्माण करेगी, जिससे रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और क्षेत्र में कुशल रोज़गार को प्रोत्साहन मिलेगा।
–आईएएनएस
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