घर बना कंकालों का अड्डा! केरल का वो सीरियल किलर जो सिर्फ अमीर महिलाओं को बनाया निशाना, कहानी जान का
केरल के एक घर से अचानक मानव कंकाल निकलने लगे हैं। पुलिस ने एक 68 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर के घर से अनगिनत मानव कंकालों के अवशेष बरामद किए हैं। पुलिस ने उस घर के अंदर और बाहर से महिलाओं की साड़ियाँ, पर्स और बैग जैसी चीज़ें भी बरामद की हैं। अब केरल पुलिस को शक है कि वह प्रॉपर्टी डीलर एक सीरियल किलर है। एक ऐसा सीरियल किलर जो सिर्फ़ महिलाओं को ही अपना शिकार बनाता है।
बुज़ुर्ग सेबेस्टियन के घर की तलाशी
सेबेस्टियन सीएम केरल के अलपुझा ज़िले के पल्लीपुरम इलाके में स्थित एक घर में रहते हैं। 68 वर्षीय सेबेस्टियन पेशे से एक प्रॉपर्टी डीलर हैं। लेकिन उस समय आमतौर पर शांत रहने वाले पल्लीपुरम इलाके में सेबेस्टियन के घर के आसपास डर में लिपटा एक अजीब सा शोरगुल था। क्योंकि पुलिस सेबेस्टियन के घर के अंदर से लेकर बाहर तक पूरे इलाके की तलाशी ले रही थी। घर के पीछे पानी से भरे गड्ढे में कुछ ढूँढने के लिए अर्थमूवर का इस्तेमाल किया जा रहा था और सभी मीडिया चैनलों के कैमरे सेबेस्टियन के घर में चल रही हर गतिविधि को फ्रेम दर फ्रेम कैद करने की कोशिश कर रहे थे।
पानी और कीचड़ में मिलीं मानव हड्डियाँ
करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद, तलाशी अभियान में लगी पुलिस को पहली सफलता मिली और पानी से भरे गड्ढे से कीचड़ और मलबे में लिपटी मानव हड्डियाँ निकलने लगीं। सेबेस्टियन के घर के अंदर भी पुलिस को ऐसी ही सफलता मिली। तलाशी दल को जली और अधजली मानव हड्डियाँ, दाँत, खून के धब्बे, महिलाओं के कपड़े और महिलाओं के बैग जैसी कई चीज़ें मिलीं।
हत्या का रहस्य नहीं, बल्कि एक सिलसिलेवार हत्या
अब सवाल यह था कि सेबेस्टियन के घर से इन रहस्यमयी और खौफनाक चीज़ों की बरामदगी का राज क्या है? पुलिस यहाँ किस हत्याकांड का राज खोलने आई थी? तो जवाब है कि पुलिस सिर्फ़ एक हत्याकांड का नहीं, बल्कि एक पूरे सिलसिलेवार हत्या के मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही थी। जी हाँ, एक सिलसिलेवार हत्या का मामला। जिसने न केवल अलपुझा ज़िले को बल्कि पूरे केरल को हिलाकर रख दिया है।
अमीर और अकेली महिलाएँ थीं निशाने पर
एक ऐसा सीरियल किलिंग जिसमें हत्यारा सिर्फ़ अमीर और अकेली महिलाओं को ही निशाना बनाता था। और पिछले दो दशकों से चल रहे इस सीरियल किलिंग का आरोप अमीर प्रॉपर्टी डीलर सेबेस्टियन सीएम पर है। हालाँकि संदिग्ध सीरियल किलिंग का यह सिलसिला लगभग 20 साल पहले शुरू हुआ था, जब अलपुझा ज़िले की कुछ महिलाएँ समय-समय पर रहस्यमय तरीके से गायब होने लगीं।
उच्च न्यायालय के आदेश पर जाँच
लेकिन सही मायनों में यह मामला तब सुर्खियों में आया जब अलपुझा से लगभग 47 किलोमीटर दूर कोट्टायम ज़िले की जैन मैथ्यू उर्फ जैनम्मा नाम की एक महिला पिछले साल 23 दिसंबर को अपने घर से गायब हो गई। वह कोट्टायम से किसी से मिलने गई थी, लेकिन फिर घर नहीं लौटी। शुरुआत में परिवार वालों ने जैनम्मा की खुद तलाश की और पुलिस से संपर्क किया, लेकिन पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने के अलावा कुछ नहीं किया। इस पर जैनम्मा के पति अप्पाचन ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और फिर उच्च न्यायालय के आदेश पर कोट्टायम पुलिस की अपराध शाखा ने मामले की जांच शुरू की।
ऐसे मिला पुलिस को पहला सुराग जैनम्मा का मोबाइल फ़ोन बंद था। लेकिन उस फ़ोन की आखिरी लोकेशन अलाप्पुझा ज़िले के पल्लिप्पुरम में देखी गई थी। इसी बीच, पल्लिप्पुरम में जैनम्मा के लापता होने के लगभग दो महीने बाद, उनका मोबाइल फ़ोन एक बार चालू हुआ और फिर उसकी लोकेशन पल्लिप्पुरम इलाके में ही देखी गई। और इसी एक बात ने पुलिस को इस सीरियल किलिंग केस में पहला सुराग दिया। दरअसल, फ़ोन की लोकेशन पल्लिप्पुरम के चेरथला इलाके में देखी गई थी, ठीक उसी जगह जहाँ सेबेस्टियन सीएम का घर था। और सेबेस्टियन का पुराना ट्रैक रिकॉर्ड भी अच्छा नहीं था।
धोखाधड़ी से संपत्ति हड़पने का मामला दरअसल, सेबेस्टियन को कुछ साल पहले अलाप्पुझा की बिंदु पद्मनाभम नामक एक महिला की संपत्ति धोखाधड़ी से हड़पने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और उसके खिलाफ यह मामला अभी भी चल रहा था। लेकिन हैरानी की बात यह है कि सेबेस्टियन से संपत्ति की खरीद-फरोख्त के सिलसिले में मिली बिंदु भी रहस्यमय तरीके से गायब हो गई और आज तक कोई उसका पता नहीं लगा पाया है।
बिंदु की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके भाई ने दर्ज कराई थी
बिंदु की कहानी साल 2006 में शुरू होती है, जब वह आखिरी बार सेबेस्टियन से मिली थी। बिंदु अपने परिवार से दूर, अलप्पुझा में अकेली रहती थी। इसलिए, शुरुआत में कुछ दिनों तक उसके लापता होने की किसी को खबर नहीं लगी। बाद में, लगभग 11 साल बाद, इटली में रहने वाले बिंदु के एक भाई की शिकायत पर उसके लापता होने और संपत्ति हड़पने की रिपोर्ट दर्ज की गई।
सेबेस्टियन से जुड़ी साजिश
जब कोट्टायम पुलिस ने इस मामले की जाँच शुरू की, तो साजिश की आंच सेबेस्टियन तक भी पहुँची, जिसने फर्जी दस्तावेजों के ज़रिए बिंदु की एक बड़ी संपत्ति हड़प ली। इसमें कथित तौर पर सेबेस्टियन के साथ कुछ और लोग भी शामिल थे, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एक व्यक्ति को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया और उसने पुलिस पूछताछ के डर से आत्महत्या कर ली।
बिंदु पद्मनाभम का गायब होना एक रहस्य बना हुआ है
लेकिन इन सबके बावजूद, वर्ष 2017-18 में इस मामले की जाँच धोखाधड़ी से संपत्ति हड़पने के मामले से आगे नहीं बढ़ पाई और बिंदु पद्मनाभम का गायब होना एक रहस्य ही बना रहा। हालाँकि, फिर पुलिस ने सेबेस्टियन के इस घर की तलाशी ली और उसके घर से नकली संपत्ति के दस्तावेज़ बरामद किए। यानी यह साफ़ हो गया कि लापता बिंदु पद्मनाभम आखिरी समय में सेबेस्टियन के संपर्क में थीं।
आयशा की कहानी भी बिंदु जैसी ही है
इसी तरह, अलप्पुझा के वरनाड की एक और महिला आयशा भी वर्ष 2012 में रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थी। आयशा की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई थी, लेकिन वह सिर्फ़ कागज़ों तक ही सीमित रही। उसके बारे में मिली जानकारी के अनुसार, वह भी संपत्ति ख़रीद के सिलसिले में एक बिचौलिए की मदद से सेबेस्टियन से मिली थी, लेकिन इतनी जानकारी होने के बावजूद, लापता होने के दिनों में आयशा के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया।
तीन मामले अभी भी अनसुलझे हैं
आयशा के बाद, एक और महिला सिंधु भी रहस्यमय तरीके से गायब हो गई। साल 2020 की बात है, जब अलप्पुझा की सिंधु अपने घर से पास के एक मंदिर में पूजा करने गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। उसकी बेटी की सगाई भी कुछ दिनों बाद थी। बाद में पता चला कि वह किसी प्रॉपर्टी डीलिंग के सिलसिले में सेबेस्टियन के संपर्क में थी। गायब होने से पहले, वह उसके घर से कुछ पैसे और गहने आदि भी ले गई थी। लेकिन जैनम्मा के लापता होने से पहले के ये तीनों मामले कभी सुलझ नहीं पाए।
सेबेस्टियन ने कबूल किया अपना गुनाह अब जब जैनम्मा के लापता होने की जाँच शुरू हुई और उसका सेबेस्टियन से संबंध पाया गया, तो एक-एक करके बिंदु, आयशा और सिंधु के मामले का कनेक्शन भी सेबेस्टियन से जुड़ने लगा। पता चला कि जैनम्मा की तरह, बिंदु, आयशा और सिंधु भी आखिरी समय में सेबेस्टियन के संपर्क में थीं। अब तक की पूछताछ में सेबेस्टियन ने जैनम्मा की हत्या की बात कबूल कर ली है। लेकिन बाकी तीन महिलाओं के लापता होने का रहस्य अभी भी बना हुआ है। ऐसे में अब पुलिस को शक है कि सेबेस्टियन ने भी जैनम्मा की तरह बाकी महिलाओं की हत्या करके उनकी संपत्ति, पैसे और गहने हड़पने के लिए उनके शवों को ठिकाने लगा दिया है।