फ्रांसीसी प्रेसीडेंट मैक्रों ने मेलोनी के कान में क्या फुसफुसाया कि आंखों से हुआ 'इशारा'

फ्रांसीसी प्रेसीडेंट मैक्रों ने मेलोनी के कान में क्या फुसफुसाया कि आंखों से हुआ ऐसा ‘इशारा’ Last Updated: June 19, 2025, 11:26 IST ये बात पूरी दुनिया में वायरल हो रही है कि आखिर जी7 मीटिंग के दौरान मैक्रों ने मेलोनी को क्या कहा कि उन्होंने उनकी ओर सिर घुमाया और हैरत से उनकी आंखें चौड़ी हो गईं. हाइलाइट्स मैक्रों और मेलोनी के बीच बातचीत का वीडियो वायरल मैक्रों की फुसफुसाहट पर मेलोनी की हैरानी भरी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर घटना को लेकर मीम्स और चर्चाएं जी7 की मीटिंग चल रही है. फ्रांस के प्रेसीडेंट मैक्रों अपना मुंह इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के करीब लाते हैं. मेलोनी भी अपने कान उनके फुसफुसाते मुंह के करीब ले जाती हैं. मैक्रों जैसे अपनी बात उनके कान में कहकर खुद को कुछ दूर करते हैं, तब मेलोनी पहले अपना चेहरा उनकी ओर घुमाती हैं और उनकी आखों की पुतली तेजी घुमती है. उसमें असहमति और हैरत के भाव आते हैं. फिर वापस अपना सिर झटक देती हैं. मुश्किल से कुछ सेकेंड का ये वाकया पूरी दुनिया में वायरल बन गया है. लोग बार बार इस वीडियो को देख रहे हैं. अपने तरीके से इसका मतलब निकालने की कोशिश कर रहे हैं. इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच हुआ ये वायरल पल ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चाएं बटोर रहा है. पूरी दुनिया ये कयास लगा रही है कि आखिर मैक्रों ने उनके कान में क्या कहा और उन्होंने आंखें उनकी ओर घुमाकर ये रिएक्शन क्यों दिया. ये स्पष्ट नहीं है कि मैक्रों ने वास्तव में क्या कहा. क्योंकि न तो मैक्रों और न ही मेलोनी ने इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी की है.

सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर कई मजेदार अनुमान और मीम्स बन रहे हैं. कुछ यूजर्स ने इसे हल्के-फुल्के अंदाज में लिया, जैसे एक यूजर ने लिखा, “मैक्रों ने शायद कहा, ‘ट्रम्प फिर से कुछ बोलने वाला है,’ और मेलोनी की प्रतिक्रिया थी, ‘क्या बात कर रहा है ये?’” दूसरों ने इन दोनों नेताओं के बीच तनाव या असहमति से जोड़ा. क्योंकि मेलोनी और मैक्रों के बीच पहले भी वैचारिक मतभेद सामने आ चुके हैं.

आखिर क्या कहा होगा

संभावना है कि मैक्रों का फुसफुसाना किसी गंभीर राजनयिक मुद्दे, जैसे यूक्रेन या मध्य पूर्व में चल रहे तनाव, या फिर किसी हल्के-फुल्के कमेंट से संबंधित हो सकता है. कुछ स्रोतों के अनुसार, चूंकि मैक्रों की ये फुसफुसाहट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भाषण के दौरान हुई, तो लोगों का अनुमान यही है कि हो सकता है कि उन्होंने ट्रंप से जुड़ी कोई बात कही हो.

ये एक मजाक, कोई राजनयिक टिप्पणी या फिर कुछ और हो सकता है. मेलोनी की प्रतिक्रिया से लगता है कि ये बात कुछ ऐसी थी, जिसे उन्होंने या तो हास्यास्पद या अनुचित माना. सबसे बड़ी बात ये भी है कि टीवी कैमरों ने उनके चंद सेकेंडों की इन भावभंगिमाओं को बखूबी पकड़ा.

कुछ लोगों का कहना है कि मेलोनी और मैक्रों के रिश्ते पहले से थोड़े तनावपूर्ण हैं और शायद उसी संदर्भ में कुछ कहा गया हो.

वैसे ये बॉडी लेंग्वेज क्या कहती है

मैक्रों का हाथ से मुंह छिपाकर कान में कहना ये संकेत देता है कि बात गोपनीय, हंसी-मजाक भरी या थोड़ी अनौपचारिक सी थी. जब कोई सार्वजनिक जगह पर हाथ से मुंह ढककर बोलता है तो या तो वो मज़ाक कर रहा होता है या कुछ ऐसा बोल रहा होता है जो वो नहीं चाहता कि बाकी लोग सुनें.

मेलोनी की फौरन आंखें घुमाने का मतलब 3 चीज़ें हो सकती हैं.
हैरानी – ” क्या आपने अभी सच में ये कहा?”
नापसंदगी – “ये ठीक नहीं था.”
खीझ – “अब इसका क्या मतलब था?”
मेलोनी का एक्सप्रेशन हल्का सा चौंकने और झुंझलाने वाला था. मतलब – या तो उन्हें बात बेमतलब लगी, या अनुचित. या तो मैक्रों ने कोई निजी मजाक किया जो मेलोनी को ठीक नहीं लगा. या फिर कोई राजनीतिक कटाक्ष/तंज मारा, जिसे मेलोनी ने असहज या बेमतलब माना. या फिर एक हल्की सी बदतमीज़ी या चौंकाने वाली बात कह दी जिसे मेलोनी ने सार्वजनिक रूप से दिखाया कि “मैं इससे प्रभावित नहीं हूं.”

मेलोनी का फेस एक्सप्रेशन और बॉडी मूवमेंट

उन्होंने न केवल आंखें घुमाईं, बल्कि थोड़ा सा सिर भी हिलाया. इससे ये संकेत मिलता है कि वो उस पल को हल्का-फुल्का झटक कर निकालना चाहती थीं, यानी छोड़ो भी वाले मोड में आ गईं.

मेलोनी का आंखों की पुतलियां घुमाना क्यों खास

नेताओं के बीच इतनी स्पष्ट एक्सप्रेसिव यानि रिएक्शन देने वाली बॉडी लैंग्वेज कम ही देखने को मिलती है. खासकर कैमरे के सामने. मेलोनी तो आमतौर पर बहुत कंट्रोल्ड दिखती हैं, उनके लिए ये रिएक्शन बताता है कि जो कहा गया — वो या तो अटपटा था, या नापसंद.

मेलोनी और मैक्रों के बीच रिश्ते तनावपूर्ण क्यों कहे जाते हैं

मैक्रों और मेलोनी के रिश्ते पिछले 2 साल से लगातार खटपट वाले रहे हैं. जिनकी वजह से दोनों नेताओं के बीच रिश्ता तनावपूर्ण माना जाता है.

मैक्रों एक सेंटर-लेफ्ट लिबरल इंटरनैशनलिस्ट हैं – यूरोपीय यूनियन, प्रवासियों के अधिकार और वैश्विक गठबंधनों के पक्षधर हैं. मेलोनी एक राइट-विंग नेशनलिस्ट हैं – सीमाओं पर सख्ती, यूरोपीय यूनियन की दखलअंदाज़ी का विरोध करती हैं और पारंपरिक ईसाई मूल्यों की समर्थक हैं. यानि दोनों के दृष्टिकोण अलग अलग हैं.

दोनों के बीच माइग्रेशन पॉलिसी पर भी तकरार हो चुकी है. इटली भूमध्यसागर के रास्ते सबसे ज़्यादा प्रवासी झेल रहा है. मेलोनी ने इसकी कड़ी रोकथाम के लिए सख्त नीति बनाई. मैक्रों ने इस पर आलोचना की कि इटली प्रवासियों को मानवीय तरीके से नहीं ले रहा. मेलोनी ने पलटवार किया कि फ्रांस अपनी सीमाएं बंद करके खुद दोहरा रवैया दिखा रहा है. अक्टूबर 2022 में इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच सीधा राजनयिक विवाद भी हुआ.

फिर मैक्रों चाहते हैं कि यूरोप में बड़ी नीतिगत भूमिका फ्रांस-जर्मनी के पास रहे. मेलोनी चाहती हैं कि इटली को बराबरी का वजन मिले. दोनों यूरोपीयन यूनियन समिट्स में भी आमने-सामने आ चुके हैं. तो क्या G7 समिट में वो आंखें घुमाना इसी पुराने बैकग्राउंड का एक छोटा-सा पब्लिक संकेत था.

इंटरनेशनल डिप्लोमेसी में हावभाव क्या कहते हैं

इंटरनेशनल डिप्लोमेसी में इंटरनेशनल मंचों पर जब नेता आपस में मिलते हैं तो उनके हावभाव बहुत कुछ कह जाते हैं. जब नेता एक-दूसरे को पसंद नहीं करते या आपसी तनाव होता है, तो उनके बीच इन संकेतों की कुछ खास पहचान होती है
– अत्यधिक औपचारिक मुस्कान
– कम आई कांटैक्ट
– शारीरिक दूरी बनाए रखना
– हाथ मिलाने में अनिच्छा या ज़बरदस्ती की मुस्कान
– छोटी-मोटी बॉडी लैंग्वेज (जैसे आंखें घुमाना, ठोड़ी उठाना, होंठ दबाना)

कब कब ऐसा नजर आया

– 2019 में ट्रंप और मैक्रों की मुलाकात में दोनों की बॉडी लैंग्वेज खासी असहज रही.
– 2013 में ओबामा और पुतिन के बीच G20 समिट में बेहद ठंडी मुस्कान और नजरें न मिलाने वाला दृश्य चर्चित हुआ. About the Author संजय श्रीवास्तवडिप्टी एडीटर लेखक न्यूज18 में डिप्टी एडीटर हैं. प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में काम करने का 30 सालों से ज्यादा का अनुभव. लंबे पत्रकारिता जीवन में लोकल रिपोर्टिंग से लेकर खेल पत्रकारिता का अनुभव. रिसर्च जैसे विषयों में खास…और पढ़ें लेखक न्यूज18 में डिप्टी एडीटर हैं. प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में काम करने का 30 सालों से ज्यादा का अनुभव. लंबे पत्रकारिता जीवन में लोकल रिपोर्टिंग से लेकर खेल पत्रकारिता का अनुभव. रिसर्च जैसे विषयों में खास… और पढ़ें Location : Noida, Gautam Buddha Nagar, Uttar Pradesh homeknowledge मैक्रों ने मेलोनी के कान में क्या फुसफुसाया कि आंखों से हुआ ये ‘इशारा’