पुतिन मेरी कॉल का इंतजार कर रहे... जेलेंस्की से मुलाकात में बोले ट्रंप, कर डाला बड़ा दावा
Russia Ukraine war update: अब से थोड़ी देर बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की मुलाकात होनी है. उनके साथ यूरोपीय यूनियन के नेता भी व्हाइट हाउस पहुंचे हैं. इटली के प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने कहा, हम सिर्फ यूक्रेन के पक्ष में हैं. शांति की गारंटी मिलनी चाहिए. उधर- डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि बड़ा परमाणु युद्ध का खतरा टल गया है. एक बार फिर उन्होंने 6 जंग रुकवाने का खुद को श्रेय लेने की कोशिश की. इस बीच जेलेंस्की ने कहा, ताकत से ही शांति आगी. उन्होंने चेतावनी दी कि पुतिन बिना दबाव के बातचीत नहीं करेंगे. आइए जानते हैं मीटिंग का लेटेस्ट अपडेट…
इधर ट्रंप से बात, उधर में बज उठे सायरन
जैसे ही यूक्रेनी और अमेरिकी राष्ट्रपतियों के बीच महत्वपूर्ण वार्ता शुरू हुई, यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों में एयर रेज अलार्म बज उठे. यूक्रेनी एयरफोर्स ने चेतावनी जारी की कि रूस बैलिस्टिक मिसाइलों से अटैक कर सकता है. यह यूक्रेन में कोई दुर्लभ घटना नहीं है, लेकिन इस बार समय का संदर्भ वॉशिंगटन में हो रही बैठकों की गंभीरता को उजागर करता है.
पुतिन का अमेरिका आना क्या आपकी हार? इस पर ट्रंप ने क्या जवाब दिया
एक रिपोर्टर ने पूछा कि क्या पुतिन का अमेरिका आना आपकी हार है? इस पर ट्रंप ने कहा, नहीं, वास्तव में यह शानदार था कि उन्होंने ऐसा किया. ईमानदारी से कहूं तो यह उनके लिए एक कठिन काम था. यह बिल्कुल उस बात का उल्टा था जो उन्होंने कहा था.
पुतिन मेरी कॉल का इंतजार कर रहे
ट्रंप ने कहा, मैंने अभी राष्ट्रपति पुतिन से इनडायरेक्टली बात की है, और आज इन बैठकों के बाद हम एक फोन कॉल करेंगे, और हो सकता है कि हम त्रिपक्षीय बातचीत भी करें या न करें. ट्रंप ने यह भी जोड़ा कि पुतिन ‘मेरी कॉल का इंतजार कर रहे हैं जब हम इस बैठक को खत्म करेंगे’.
अमेरिका यूक्रेन को कितने पैसे और हथियार भेज सकता है?
ट्रंप से पूछा गया कि वे यूक्रेन को कितने पैसे और हथियार देने की योजना बना रहे हैं. ट्रंप ने फिर से जो बाइडेन प्रशासन को इस युद्ध का दोषी ठहराया और दावा किया कि अगर वह 2023 में रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के समय सत्ता में होते तो यह युद्ध नहीं होता. जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन के पास यूरोपीय देशों और अन्य वित्तपोषित कार्यक्रमों की मदद से अमेरिका से हथियार खरीदने की संभावना है. उन्होंने कहा कि देश की सेना को मजबूत करना और यूक्रेन को फिर से हथियारबंद करना बहुत महत्वपूर्ण है. हमें इसकी बहुत जरूरत है.
पुतिन सीजफायर पर नहीं माने तो क्या होगा? ट्रंप ने दिया जवाब
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति युद्ध को खत्म करना चाहते हैं और उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन जल्द ही शांति देखेगा. ट्रंप ने कहा, लोग मारे जा रहे हैं और हम इसे रोकना चाहते हैं… मैं राष्ट्रपति को जानता हूं, मुझे विश्वास है कि व्लादिमीर पुतिन इसे खत्म होते देखना चाहते हैं. जब पूछा गया कि अगर रूस 30 दिन के संघर्षविराम या किसी भी प्रकार के संघर्षविराम पर सहमत नहीं होता तो क्या गंभीर परिणाम होंगे, ट्रंप ने उत्तर दिया, मुझे नहीं लगता कि आपको संघर्षविराम की जरूरत है.
क्या यूक्रेन की सुरक्षा के लिए शांति सैनिक भेजेंगे? पढ़िए ट्रंप का जवाब
जब पूछा गया कि क्या यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटियों में अमेरिकी सैनिक भी शामिल हो सकते हैं, तो ट्रंप ने कहा, हम आपको शायद आज ही इसके बारे में बता देंगे. हम सात महान देशों के महान नेताओं से भी मिल रहे हैं, और हम इस बारे में बात करेंगे. वे सभी इसमें शामिल होंगे, लेकिन बहुत मदद होगी, बहुत मदद होगी.
जेलेंस्की ने सूट विवाद पर क्या कहा?
ट्रंप-जेलेंस्की की मुलाकात वैसे तो बेहद गंभीर थी, लेकिन इसमें एक हल्का-फुल्का पल भी आया जब जेलेंस्की के सूट का मामला फिर सामने आया. ब्रायन ग्लेन नाम के रिपोर्टर ने, जो फरवरी में ओवल ऑफिस में हुई गर्मागर्म बहस से पहले भी उनके सूट के बारे में पूछ चुके थे, इस बार फिर उनसे पूछा. इस बार, यूक्रेनी राष्ट्रपति – जो अपनी आम सैन्य शैली की पोशाक के बजाय डार्क सूट में तैयार आए थे – पूरी तरह तैयार थे. जेलेंस्की ने ग्लेन से कहा, आप वही सूट पहन रहे हैं जैसा पिछली बार. जिससे ओवल ऑफिस में मौजूद रिपोर्टर्स और स्टाफ के बीच हंसी छूट गई. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने जेलेंस्की को बताया कि वे अच्छे लग रहे हैं.
मेलानिया ने पुतिन को पत्र क्यों लिखा- ट्रंप ने बताया
एक रिपोर्टर ने ट्रंप से पूछा कि अमेरिकी प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप ने कुछ दिन पहले पुतिन को जो पत्र भेजा, उसका उद्देश्य क्या था. कहा जा रहा है कि इस पत्र में यूक्रेनी बच्चों की युद्ध से पीड़ित स्थिति का उल्लेख है. रिपोर्टर ने यह भी पूछा कि क्या यह पत्र आवश्यक था, क्योंकि प्रथम महिला का मानना है कि पुतिन इस युद्ध में आक्रामक हैं. ट्रंप ने कहा, फर्स्ट लेडी को यह बात बहुत जोर से महसूस हुई. उन्होंने कहा कि मेलानिया को बच्चों से बहुत प्यार है, और उनके 19 वर्षीय बेटे बैरन ट्रंप का हवाला देते हुए कहा कि वे “ऐसी चीज़ें होते हुए देखना पसंद नहीं करतीं. ट्रंप ने बताया कि यह पत्र पुतिन द्वारा बहुत सकारात्मक रूप से लिया गया.
सुरक्षा गारंटी के बारे में
सुरक्षा गारंटी के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, सुरक्षा के मामले में बहुत मदद मिलेगी. बहुत मदद होने वाली है. सब ठीक होगा. वे (यूक्रेन) पहले सुरक्षा कवच की तरह हैं क्योंकि वे यूरोप में हैं. लेकिन हम उनकी मदद भी करेंगे. हम शामिल रहेंगे. हालांकि अमेरिकी अधिकारियों ने यूक्रेन के लिए “आर्टिकल 5” जैसी सुरक्षा गारंटियां देने का वादा किया है, यह स्पष्ट नहीं है कि इसका क्या मतलब है. NATO संधि का आर्टिकल 5 सदस्य देशों को सैन्य खतरे की स्थिति में एक-दूसरे की मदद करने के लिए बाध्य करता है.
ट्रंप से पूछा गया कि क्या वे अमेरिकी शांति सेना (peacekeepers) यूक्रेन भेजेंगे. उन्होंने कहा, हम सभी के साथ काम करेंगे और सुनिश्चित करेंगे… कि सब ठीक रहे. हम रूस के साथ काम करेंगे. हम यूक्रेन के साथ काम करेंगे. हम सुनिश्चित करेंगे कि सब कुछ काम करे. हम वहां चुनाव कराना चाहते हैं. ट्रंप ने कहा, यह युद्ध खत्म होने वाला है. ये सज्जन (जेलेंस्की) युद्ध खत्म करना चाहते हैं… और पुतिन भी युद्ध खत्म करना चाहते हैं.
जेलेंस्की से मुलाकात के बाद ट्रंप ने कहा, मुझे युद्ध खत्म होने की उम्मीद है. मुझे लगता है कि यह आखिरी मुलाकात नहीं होगी. जेलेंस्की ने कहा-हम पुतिन से बात करने के लिए तैयार हैं. इस मौके पर ट्रंप ने फिर भारत पाकिस्तान सीजफायर का श्रेय लेने की कोशिश की. ज़ेलेंस्की ने कहा, यूक्रेन चाहता है कि इसका समाधान सभी के लिए अच्छा हो क्योंकि यूक्रेनी लोगों को काफी पीड़ा झेलनी पड़ रही है.
जेलेंस्की के काले सूट की तारीफ
व्हाइट हाउस में मुलाकात के दौरान ट्रंप ने जेलेंस्की के काले सूट की तारीफ करते हुए कहा- आई कैन्ट बिलीव इट, आई लव इट. इसके बाद ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति के कंधे पर हाथ रखा और दोनों नेता तुरंत अंदर की ओर बढ़ गए.
हम पुतिन से बहुत उम्मीद न करें… जेलेंस्की
वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा, हमारा मुख्य लक्ष्य यूक्रेन और पूरे यूरोप के लिए एक विश्वसनीय और स्थायी शांति है. और यह जरूरी है कि हमारी सभी बैठकों की गति ठीक इसी नतीजे की ओर ले जाए. हमें समझना होगा कि हमें यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि पुतिन स्वेच्छा से आक्रमण और नए कब्जे की कोशिशों को छोड़ देंगे. इसलिए दबाव काम करना चाहिए, और वह दबाव संयुक्त होना चाहिए. अमेरिका, यूरोप और पूरी दुनिया को मिलकर पुतिन पर दबाव बनाना होगा. हमें हत्याओं को रोकना है और मैं हमारे साझेदारों का धन्यवाद करता हूं जो इस दिशा में काम कर रहे हैं.
आज यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की अमेरिकी प्रेसिडेंट से मिलने के लिए वॉशिंगटन पहुंच चुके हैं. आज की तारीख यूक्रेन-रूस और अमेरिका, तीनों के लिए बेहद खास है. रूस और यूक्रेन के बीच लगभग चार साल से चल रहे युद्ध का अगला मोड़ क्या होगा, ये आज तय हो जाएगा. ट्रंप ने पहले पुतिन से मुलाकात की, जिसके बाद समझौते का एक मौसादा लेकर वे जेलेंस्की से मिलने वाले हैं. ट्रंप की पूरी कोशिश होगी कि वे इस समझौते के लिए जेलेंस्की को किसी भी तरह से मनाएं क्योंकि अब इस युद्ध के साथ उनके मौजूदा कार्यकाल की साख जुड़ी हुई है. वहीं यूक्रेन चाहेगा कि उसे किसी भी तरह से रूस के आगे झुकना न पड़े. अगर ये समझौता हो जाता है, तो रूस के लिए ये सबसे फायदेमंद स्थिति होगी.
रविवार को यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिका के उस फैसले का स्वागत किया, जिसमें उसने यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने का समर्थन किया है. ट्रंप के साथ जेलेंस्की की पिछली मुलाकात कुछ ज्यादा अच्छी नहीं थी, ऐसे में इस बार वे यूरोपीय देशों के समर्थन के साथ वहां पहुंच रहे हैं. इस बार वे ट्रंप पर यूरोपीय देशों का दबाव बनाने चाहते हैं लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने जेलेंस्की को मनाने के लिए क्या कार्ड रखा है, ये तो वही जानते हैं. फिलहाल हम आपको इस मुलाकात से जुड़ी हुई ताजा खबरें बताते रहेंगे.
_ ट्रंप-जेलेंस्की मुलाकात से पहले रातभर रूसी हमले
रूस-यूक्रेन के युद्ध को विराम देने की बात हो रही है, उधर यूक्रेन में रूसी हमले जारी हैं. ताजा हमलों में कम से कम 8 नागरिकों की मौत हुई है और 35 लोग घायल हो गए. यह हमले ऐसे समय में हुए हैं जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने वाले हैं, और कुछ ही दिन पहले ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में बैठक हुई थी. खारकीव, जोपोरीज्जिया, डोनेत्स्क, खेरसोन और सूमी में रूस की ओर से हमले किए गए, जिसमें कुल मिलाकर 8 लोगों की मौत हुई, जबकि दर्जनों लोग जख्मी हुए हैं. कीव इंडिपेंडेंट के मुताबिक सूमी में 90 से ज्यादा हमले हुए और जापोरीज्जिया में 502 हमलों की रिपोर्ट है. में रूसी हमले में 4 लोगों की मौत और 18 घायल हुए.
यूक्रेन पर रूसी हमले हैं जारी. (Credit- Reuters)
– जेलेंस्की के तेवर इस बार तीखे
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिका पहुंचने के बाद डोनाल्ड ट्रंप की धमकी पर जवाब देते हुए कहा है कि यूक्रेन और रूस की लड़ाई में फर्क है क्योंकि यूक्रेन अपनी आजादी के लिए लड़ रहा है. ऐसे में पुतिन को इस युद्ध को खत्म करना होगा. अमेरिका पहुंचकर जेलेंस्की ने चेतावनी दी कि कोई भी नया समझौता ऐसा न हो जिससे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भविष्य में फिर से हमला करने का मौका मिल जाए. उन्होंने 2014 में क्रीमिया पर रूस के कब्जे और डोनबास क्षेत्र में हमलों का उदाहरण दिया. ज़ेलेंस्की ने कहा- ‘हम सभी चाहते हैं कि यह युद्ध जल्दी और भरोसेमंद तरीके से खत्म हो. लेकिन शांति स्थायी होनी चाहिए ना कि वैसी जैसी पहले थी, जब यूक्रेन को क्रीमिया और डोनबास छोड़ने को मजबूर किया गया और पुतिन ने इसका फायदा उठाकर फिर हमला किया.’ उन्होंने ट्रंप की क्राइमिया वाली बात पर साफ किया है कि तब यूक्रेन को क्राइमिया छोड़ने के लिए मजबूर किया गया, जिसकी वजह से रूस ने दोबारा हमले किए.
वार्ता से पहले ट्रंप धमकी
डोनाल्ड ट्रंप ने जेलेंस्की से मिलने से पहले ही उन्हें धमकी दे दी है. उन्होंने ट्रुथ सोशल पर बाकायदा पोस्ट करते हुए लिखा है कि जेलेंस्की ही इस युद्ध को खत्म कर सकते हैं. इसके लिए उन्होंने उन्हें क्राइमिया पर साल 2014 में रूस के कब्जे को याद दिलाया, जब ओबामा की सरकार थी और क्राइमिया , यूक्रेन को वापस नहीं मिल सका था. इसके अलावा उन्हें उस वक्त नाटो में शामिल भी नहीं होने दिया गया था, जिसका रूस लंबे समय से विरोध कर रहा था.
ट्रंप की ये पोस्ट जेलेंस्की को सीधी धमकी है कि अगर वे शांति वार्ता की शर्तों को नहीं मानेंगे तो नुकसान उनका ही है. ट्रंप का कहना है कि 12 साल बाद भी वे कितना भी चाहें नाटो में उन्हें एंट्री नहीं मिल सकती, तो बेहतर है कि रूस की बात मानकर युद्ध ही खत्म कर दें.
यूरोपियन नेता जाएंगे जेलेंस्की के साथ ?
फ्रांस , जर्मनी , ब्रिटेन और इटली के नेता सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के साथ व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे. यह बातचीत कई देशों, विशेषकर भारत, के लिए आर्थिक और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है. रविवार को हुई बैठक में यूरोपीय नेताओं ने अमेरिका की सुरक्षा गारंटी की बात का स्वागत किया, लेकिन स्पष्ट किया कि यूक्रेन की भागीदारी के बिना किसी भी क्षेत्रीय समझौते पर बात नहीं हो सकती.