Weather Live: दौसा-जयपुर हाईवे पर आफत का सैलाब, बीकानेर में गिरा कच्चा मकान

जयपुर. राजस्थान के मौसम में बदलाव का दौर जारी है. मानसून की भारी बारिश के चलते कई जिलों में नदी-नाले उफान पर हैं, इसके चलते कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात भी बने हुए हैं. सोमवार को भीलवाड़ा, जोधपुर, जयपुर, अजमेर, टोंक, हनुमानगढ़, नागौर समेत कई जिलों में 1 से 4 इंच तक बरसात हुई. पाली के सोजत में सरवाड़ गांव में 30 साल बाद नदी में पानी पहुंचा. नदी का जलस्तर सड़क से लगभग 5 फीट ऊपर पहुंच गया.

सिरोही में भारी जलभराव में तहसीलदार की गाड़ी फस गई. भरतपुर के बयाना डांग इलाके में भारी बारिश की वजह से जिले का सबसे बड़ा बारैठा बांध लबालब हो गया. बांध की कुल भराव क्षमता 29 फीट है. बीती रात गेज 28.50 फीट पार कर गया. इसके बाद जल संसाधन विभाग ने तीन गेट तीन-तीन फीट की ऊंचाई तक खोल दिए, जिससे पानी की निकासी शुरू हो गई.

दौसा में मूसलाधार बारिश से सड़कें जलमग्न
दौसा के बांदीकुई में 1 घंटे तक मूसलाधार बारिश. शहर की सड़के हुई लबालब. हरिपुरा रोड स्थित श्मशान घाट में एक बार फिर भरा पानी. तीन दिन पहले भी श्मशान घाट हो गया था पानी से लबालब. शहर के तमाम निचले इलाके हुए जलमग्न.

जयपुर ग्रामीण में ढहा विद्यालय का कमरा
जयपुर ग्रामीण के जमवारामगढ़ क्षेत्र में बारिश का साइड इफेक्ट साफ नजर आया, जब पालेड़ा स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय का एक कमरा ढह गया. गनीमत यह रही कि घटना के समय स्कूल में बच्चे और स्टाफ मौजूद नहीं थे, वरना बड़ा हादसा हो सकता था. ग्रामीणों ने पहले ही जर्जर भवन को लेकर आशंका जताई थी और अब यह हादसा उनकी चिंता को सही साबित कर गया है. स्कूल प्रशासन ने मामले की सूचना उच्च अधिकारियों को भेज दी है.

दौसा में बारिश ने बिगाड़े हालात
इधर दौसा जिले में भी बारिश के हालात बिगड़ गए हैं. भारी बारिश के चलते लालसोट-चाकसू मार्ग पूरी तरह बंद कर दिया गया है. झांपदा के पास नालावास बांध टूटने के बाद पानी का तेज बहाव सीधे सड़क पर आ गया है, जिससे आवागमन जोखिम भरा हो गया था. सुबह से कुछ लोग और वाहन चालक जान जोखिम में डालकर सड़क पार कर रहे थे, लेकिन अब पुलिस ने रपट क्षेत्र में दोनों तरफ लकड़ी के अवरोधक लगाकर रास्ता रोक दिया है. झांपदा थानाधिकारी सुनील टांक मौके पर मौजूद हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं, बहाव देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ भी जमा हो गई, जिससे मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है.

बीकानेर में गिरा कच्चा मकान
बीकानेर के पूगल इलाके के दंतौर में बारिश की वजह से सोमवार को कच्चा मकान गिर गया. मलबे में दबकर एक महिला की मौत हो गई, जबकि दूसरी घायल हो गई. इसके अलावा सोमवार को दिल्ली में खराब मौसम के कारण केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का प्लेन जयपुर डायवर्ट किया गया. वे जम्मू-कश्मीर से दिल्ली लौट रहे थे. शाम 7:54 बजे शाह के स्पेशल एयरक्राफ्ट की जयपुर एयरपोर्ट पर लैंडिंग हुई. इसके कुछ देर बाद वे फिर से दिल्ली के लिए रवाना हो गए.

इन जिलों में हुई भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान भीलवाड़ा के बागोर में 98MM, कोटड़ी में 70, मांडल में 51, पारोली में 60, चूरू के राजगढ़ में 36, जयपुर के सांभर में 27, शाहपुरा में 29, धौलपुर के राजाखेड़ा में 35, नागौर के परबतसर में 44, छोटी खाटू में 33, नावां में 60, अलवर के थानागाजी में 37, अलवर शहर में 33, झुंझुनूं के गुढ़ा गौड़जी में 24, हनुमानगढ़ के नोहर में 52, फेफाना में 34, भरतपुर के उच्चैन में 29, रूदावल में 32, कुम्हेर में 31, जनूथर में 57, अजमेर के अराई में 42, किशनगढ़ में 25, रूपनगढ़ में 45, अजमेर शहर में 35, टोंक के दूनी में 34, टोडरायसिंह में 30, मालपुरा में 25MM बरसात दर्ज हुई.

डेली डाटा रिपोर्ट
मौसम विभाग की डेली डाटा रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को राज्य में कुछ स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई. तापमान की बात करें तो सर्वाधिक अधिकतम तापमान जैसलमेर में 35.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सिरोही में 20.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दर्ज प्रेक्षण के अनुसार राज्य के अधिकांश भागों में हवा में आर्द्रता की औसत मात्रा 50 से 100 प्रतिशत के मध्य दर्ज की गयी.

इन जिलों में रहा अधिकतम तापमान
मौसम विभाग की फोरकास्ट रिपोर्ट के अनुसार से सोमवार को अजमेर में 25.5 डिग्री, भीलवाड़ा में 27.4 डिग्री, जयपुर में 28.1 डिग्री, पिलानी में 29.2 डिग्री, सीकर में 28.0 डिग्री, कोटा में 28.0 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 28.8 डिग्री, बाड़मेर में 33.5 डिग्री, जैसलमेर में 35.0 डिग्री, जोधपुर में 29.6 डिग्री, बीकानेर में 30.8 डिग्री, चूरू में 29.3 डिग्री और श्री गंगानगर में 32.0 डिग्री, नागौर में 30.8 डिग्री, डूंगरपुर में 29.0 में डिग्री, जालौर में 31.1 डिग्री, सिरोही में 24.7 डिग्री, करौली में 30.4 डिग्री और दौसा में 30.5 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया.

इन जिलों में रहा न्यूनतम तापमान
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को अजमेर में 21.3 डिग्री, भीलवाड़ा में 21.8 डिग्री, जयपुर में 24.6 डिग्री, पिलानी में 22.4 डिग्री, सीकर में 23.0 डिग्री, कोटा में 25.4 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 23.5 डिग्री, बाड़मेर में 26.4 डिग्री, जैसलमेर में 25.4 डिग्री, जोधपुर में 22.6 डिग्री, बीकानेर में 23.5 डिग्री, चूरू में 23.2 डिग्री और श्री गंगानगर में 24.5 डिग्री, नागौर में 24.1 डिग्री, जालौर में 24.7 डिग्री, सिरोही में 20.2 डिग्री, करौली में 25.1 डिग्री और दौसा में 25.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया.

अगस्त माह में दर्ज बारिश की रिपोर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में अगस्त माह 2025 के दौरान मानसून मेहरबान रहा. राज्य में औसतन 184 मिमी वर्षा दर्ज की गई. इस दौरान 23 अगस्त को बूंदी जिले के नैनवा में एक ही दिन में 502 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जो इस सीजन की सबसे बड़ी वर्षा रही. पूर्वी राजस्थान में अगस्त माह में एलपीए से 8 प्रतिशत और पश्चिमी राजस्थान में 37 प्रतिशत अधिक बारिश हुई. वहीं, मानसून ऋतु में 1 जून से 31 अगस्त 2025 तक राज्य में कुल 599.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य से 61 प्रतिशत अधिक है. मौसम विभाग के अनुसार जिलावार आंकड़ों में अगस्त माह में राजसमंद, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और झालावाड़ को छोड़कर सभी जिलों में सामान्य या उससे अधिक बारिश हुई.

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार वर्तमान में मानसून ट्रफ गंगानगर, पिलानी, दतियां, सतना और डालटनगंज होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है. इसके साथ ही राजस्थान के नॉर्थ-वेस्ट एरिया से एक अन्य ट्रफ भी गुजर रही है. राज्य के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम सक्रिय है. इन सभी मौसम प्रणालियों के कारण राजस्थान में तेज बारिश का दौर जारी है.

उन्होंने बताया कि अगले 24 घंटे में बंगाल की खाड़ी में एक लो-प्रेशर सिस्टम बनेगा, जिससे 5 से 7 सितंबर तक राज्य के दक्षिण-पूर्वी जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, राजस्थान में अगले एक सप्ताह तक मानसून सक्रिय रहेगा. आज, 2 सितंबर को 5 जिलों में ऑरेंज और 21 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. 5 से 7 सितंबर तक दक्षिण-पूर्वी जिलों में कहीं-कहीं अत्यधिक बारिश की चेतावनी दी गई है.

भारी बारिश के कारण सड़कें डूबी
दौसा में पिछले कुछ घंटों से मूसलाधार बारिश का दौर जारी है. बारिश ने शहर की सड़कों और गलियों को पूरी तरह पानी में डुबो दिया है. जिससे आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दुकानों और गोदामों में भी पानी भर गया है, जिससे व्यापारिक गतिविधियां ठप हो गई हैं. बारिश के दौरान सड़कों पर कारें पानी में डूबी हुई नजर आईं, वहीं बाइक भी तेज बहाव में बहती दिखाई दी. स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश इतनी तेज है कि सड़कों पर चलना भी मुश्किल हो गया है. लोगों ने बारिश के कारण घर से बाहर निकलने में भी जोखिम महसूस किया.

कुछ जिलों में तेजा बारिश का अलर्ट जारी
राजस्थान के जयपुर, अलवर, कोटा, भीलवाड़ा, सीकर, नागौर, दौसा और श्रीगंगानगर में हाल ही में वर्षा हुई, जिसमें सबसे अधिक बारिश चूरू (35.7 मिमी), सीकर (11.0 मिमी) और जयपुर (10.4 मिमी) में दर्ज की गई. सुबह-शाम कई हिस्सों में आर्द्रता 90% से अधिक रही. मानसून ट्रफ गंगानगर से बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है और उत्तर-पश्चिम राजस्थान में ऊपरी हवा में चक्रवाती परिसंचरण बना है. 2-4 सितम्बर को जयपुर, कोटा, उदयपुर, अजमेर और भरतपुर में कई जगह बारिश होगी. 5-7 सितम्बर को पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी राजस्थान के कुछ जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी है. जयपुर में हल्की बारिश और सामान्य बादल छाने की संभावना है.

झुंझुनूं में बारिश से किसानों की बढ़ी चिंता
झुंझुनूं के ग्रामीण इलाकों में बरसात का दौर शुरू हो गया है. अलसुबह से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि अगेती बाजरा, मूंग, मोठ और कपास की फसलों को नुकसान पहुंचने का खतरा है. मौसम विभाग ने जिले के लिए येलो अलर्ट जारी किया है और भारी बरसात, मेघगर्जन व वज्रपात की चेतावनी दी है. लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हो सकता है और किसानों को फसल सुरक्षा के लिए सतर्क रहने की जरूरत है. यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है.

प्रशासन ने लोगों से की अपील
दौसा से बड़ी खबर है कि बीती रात लालसोट क्षेत्र में जोरदार बारिश हुई. इस दौरान लालसोट का नालावास बांध लबालब होने के बाद टूट गया. बांध की लगभग 250 फीट लंबी और 35 फीट ऊंची पाल बारिश की ताकत झेल नहीं सकी. ग्रामीणों ने अपने स्तर पर भूजल स्तर बढ़ाने के लिए कच्चा बांध बनाया था, जिसमें लाखों रुपए और कई दिनों की मेहनत लगी थी. बारिश में यह बांध टूट जाने से ग्रामीणों को भारी नुकसान हुआ. अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन से फसल और जल संसाधनों की सुरक्षा के लिए सतर्क रहने की अपील की गई है.

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कई गांवों का टूटा संपर्क
भरतपुर जिले में गंभीर नदी के पांचना बांध से छोड़े गए पानी के कारण जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. इस वजह से कई गांवों का संपर्क टूट गया है, और ग्रामीणों को कई किलोमीटर घूमकर आना-जाना पड़ रहा है. करीब एक महीने से 10 से अधिक गांवों के लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. भारी जलस्तर ने किसानों की फसल को भी प्रभावित किया है, कई जगह फसल पूरी तरह चौपट हो चुकी है. प्रशासन और संबंधित विभाग से राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने की मांग की जा रही है.

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बूंदी में 8 घंटे से हो रही लगातार बारिश
बूंदी शहर में कल हुई रिमझिम से लेकर तेज बारिश के बाद हालात बिगड़ गए हैं. आठ घंटे की लगातार बारिश के कारण शहर के कई निचले इलाके, जैसे गणेश बाग, बीबनवा रोड और तहसील रोड की कॉलोनियों में चार-पांच फीट तक पानी भर गया है. जेत सागर नाले से पानी की लगातार आवक के चलते सड़कें जलमग्न हैं और लोग घरों में दुबके हुए हैं. लगातार पानी भरने से लोगों को खांसी और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन द्वारा राहत कार्य और जल निकासी की आवश्यकता बनी हुई है.

करौली में मौसम हुआ सुहावना
करौली क्षेत्र में रिमझिम बारिश का दौर लगातार जारी है. देर रात से रुक-रुक कर हल्की बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट आई है और मौसम सुहावना बना हुआ है. बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी है और वातावरण में ठंडक का अनुभव बढ़ाया है. हालांकि मौसम विभाग ने कई क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है, जिससे स्थानीय प्रशासन और ग्रामीण सतर्क हैं. किसानों और ग्रामीणों को फसल और जलभराव के प्रति सावधानी बरतने की आवश्यकता है. यह मौसम अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है.

करौली का मौसम

झुंझुनूं में पर्यटकों की संख्या बढ़ी
झुंझुनूं के कोट बांध पर हाल ही में पानी की चादर फैलने के कारण पर्यटकों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई. भीड़ बढ़ने पर प्रशासन ने तुरंत स्थिति का जायजा लेने के लिए मौके पर टीम भेजी. तहसीलदार रजनी यादव ने बांध क्षेत्र का निरीक्षण किया और मौजूद लोगों से फिसलन और बहाव वाले क्षेत्रों में न जाने की सख्त अपील की. प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से सतर्कता बरतने की सलाह दी है. पर्यटकों और स्थानीय लोगों से अनुरोध किया गया है कि केवल सुरक्षित क्षेत्रों में ही समय बिताएं और किसी भी जोखिम से बचें.

दौसा में बारिश से सड़कें जलमग्न
दौसा और लालसोट में बीती रात हुई भारी बारिश से हालात बिगड़ गए. दौसा में 7 इंच और लालसोट में 5 इंच बारिश दर्ज हुई, जबकि निर्झरना में 111 एमएम और रामगढ़ पचवारा में 100 एमएम वर्षा हुई. लगातार बारिश से दौसा का पीलोडी गांव टापू बन गया है. गांव के घर जलमग्न हो गए हैं, अनाज और चारा डूब गया है तथा मवेशियों के बाड़े तालाब में बदल गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि तलाई क्षेत्र में हुए पक्के अतिक्रमण की वजह से पानी का बहाव रुक गया है. अब लोगों ने अतिक्रमण हटाने की मांग उठाई है.

भरतपुर में आई बाढ़
भरतपुर जिले के रुदावल इलाके में हालात बाढ़ जैसे हो गए हैं. लगातार पानी भराव के चलते करीब आधा दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हो चुके हैं. खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह पानी में डूब गई हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है. कई गांवों में पानी घुसने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और लोगों की आवाजाही भी बाधित हो रही है. जहां तक नजर जाती है, वहां सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है. बांध बारेठा से गेट खोलकर की जा रही पानी की निकासी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है.

दौसा में भारी बारिश से पुलिया के ऊपर पानी बहने लगा
दौसा जिले में जयपुर-लालसोट मार्ग पर रामनगर गांव के समीप भारी बारिश से पुलिया के ऊपर पानी बहने लगा है. इस कारण सड़क मार्ग प्रभावित हुआ और वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रुक गई है. तेज बहाव के चलते जहां वाहन चालकों को भारी परेशानी हो रही है, वहीं कुछ लोग और चालक लापरवाही दिखाते हुए जोखिम उठाकर रास्ता पार करने की कोशिश कर रहे हैं. प्रशासन ने हालात पर तुरंत संज्ञान लिया है और लोगों से अपील की है कि वे बहाव क्षेत्र में न जाएं, क्योंकि जरा सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है.
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