أرشيف الوسم: Rohit Sharma

AUS Vs IND Match Schedule: भारत कब करेगा ऑस्ट्रेलिया का दौरा? वनडे-टी20I सीरीज का पूरा शेड्यूल आया सामने

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने 2025-26 सत्र के लिए भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे के शेड्यूल का एलान किया। दोनों टीमों के बीच वाइट बॉल सीरीज और एक टेस्ट मैच खेला जाएगा। भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया में 3 वनडे और पांच टी20 मैचों की सीरीज खेलेगी। आइए जानते हैं भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे और टी20I के कब से मैच खेले जाएंगे।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। AUS Vs IND Full Schedule 2025-26: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने 2025-26 सत्र के लिए भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे के शेड्यूल का एलान किया। दोनों टीमों के बीच वाइट बॉल सीरीज और एक टेस्ट मैच खेला जाएगा।

भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया में 3 वनडे और पांच टी20 मैचों की सीरीज खेलेगी। इसके बाद मेजबान ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड के खिलाफ बहुप्रतीक्षित ऐशेज टेस्ट सीरीज में हिस्सा लेंगे। आइए जानते हैं भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेले जाने वाली वनडे और टी20I सीरीज का शेड्यूल।

AUS Vs IND Schedule: भारत कब करेगा ऑस्ट्रेलिया का दौरा?

दरअसल, ऑस्ट्रेलिया ने 2025-26 के लिए अपने घरेलू इंटरनेशनल शेड्यूल का एलान किया। इसके तहत भारत ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगा इसका पता चला। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस बात की पुष्टि की है कि भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच19 अक्टूबर से 8 नवंबर तक ऑस्ट्रेलिया में आठ मैच खेले जाएंगे, जो आठ अलग-अलग स्थानों पर होंगे। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया अगस्त में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी वाइट-बॉल सीरीज खेलेगा, जिसमें तीन वनडे और उतने ही टी20 मैच शामिल होंगे। 21 नवंबर से एशेज 2025-26 का आगाज होगा। एशेज का पहला टेस्ट मैच पर्थ में खेला जाएगा।

बता दें कि पहली बार ऑस्ट्रेलियाई पुरुष क्रिकेट टीम 2025-26 के घरेलू सत्र में ऑस्ट्रेलिया के सभी राज्यों और क्षेत्रों में खेलेगी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि 2025-26 का सत्र पहला होगा जिसमें ऑस्ट्रेलिया के सभी आठ राज्यों और क्षेत्रों में पुरुषों के अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे, जिसमें कैनबरा और होबार्ट दोनों भारत के खिलाफ अपनी पांच मैचों की टी20 सीरीज़ के दौरान मेजबान होंगे।

AUS Vs IND ODI Series Full Schedule: वनडे सीरीज के मैच

  • Aus vs Ind 1st ODI – पर्थ: 19 अक्टूबर
  •  Aus vs Ind 2nd ODI – एडिलेड: 23 अक्टूबर
  • Aus vs Ind 3rd ODI – सिडनी: 25 अक्टूबर

AUS Vs IND T20I सीरीज का शेड्यूल

  • 1st T20I – कैनबरा: 29 अक्टूबर
  • 2nd T20I – मेलबर्न: 31 अक्टूबर
  • 3rd T20I – होबार्ट: 2 नवंबर
  • 4th T20I – गोल्ड कोस्ट: 6 नवंबर
  • 5th T20I – ब्रिसबेन: 8 नवंबर

मेन्स एशेज 2025-26

  • 21-25 नवंबर: पहला टेस्ट, पर्थ स्टेडियम
  • 4-8 दिसंबर: दूसरा टेस्ट, गाबा (डे-नाइट)
  • 17-21 दिसंबर: तीसरा टेस्ट, एडिलेड
  • 26-30 दिसंबर: चौथा टेस्ट, एमसीजी
  • 4-8 जनवरी, पांचवां टेस्ट, एससीजी

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World Cup 2023 Final: भारत की झोली में आता विश्‍व कप!

भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच वर्ल्‍ड कप 2023 का फाइनल मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्‍टेडियम में खेला जाएगा। भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच 20 साल के बाद वर्ल्‍ड कप फाइनल में भिड़ंत हो रही है। इससे पहले दोनों देशों के बीच 2003 वर्ल्‍ड कप फाइनल मुकाबला खेला गया था। रोहित शर्मा के नेतृत्‍व वाली भारतीय टीम शानदार फॉर्म में हैं और खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही है।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek NigamUpdated: Sun, 19 Nov 2023 11:08 AM (IST)

तरुण गुप्‍त। विश्व कप में भारत का प्रदर्शन अद्भुत रहा है। ऐसे में फाइनल पर कोई भी सलाह देना कुछ असहज लग सकता है। टीम की उत्कृष्ट विजय यात्रा में खेलप्रेमी के रूप में हमारी बस इतनी सी शिकायत हो सकती है कि हमारे मुकाबले रोमांचक न होकर एकतरफा रहे।

चाहे जो भी हो, खेल प्रेम के ऊपर हमारे भीतर का देशभक्त ही हावी रहता है। हम भारत के एक और प्रभुत्वशाली वर्चस्व वाले प्रदर्शन की प्रार्थना करते हैं। यह सत्य है कि सभी भारतीय क्रिकेटप्रेमियों में एक विश्लेषक भी छिपा होता है, जो बिन मांगी सलाह देने से हमें नहीं रोक पाता।
ऐसी राय भले ही अक्सर अनावश्यक हो, लेकिन उसमें सदैव भली मंशा का भाव होता है। जहां हमारी टीम लगभग हर पहलू को दुरुस्त करते हुए पूर्णता के करीब पहुंचती दिख रही है, लेकिन हमें सुधार की गुंजाइश सदैव तलाशनी ही चाहिए।

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ऐसी स्थिति में क्या टीम प्रबंधन को मोहम्मद सिराज के स्थान पर रविचंद्रन अश्विन को उतारने पर विचार करना चाहिए? स्पिन के विरुद्ध आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज संघर्ष करते आए हैं। अश्विन के साथ हमारी बल्लेबाजी में भी गहराई बढ़ जाती है जो किसी बड़े लक्ष्य का पीछा करने की स्थिति में बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकती है।
उम्मीद है कि अहमदाबाद की पिच धीमी होगी। यह मैदान भी बड़ा है। ऐसे में परिस्थितियां फिरकी गेंदबाजों के अनुकूल दिखती हैं। सिराज भले ही शानदार गेंदबाज हों, लेकिन सेमीफाइनल में उनकी रंगत उड़ी हुई थी। वर्तमान स्थिति में कोई दोराय नहीं कि बुमराह और शमी ही तेज गेंदबाजों के रूप में हमारी पहली पसंद होंगे।
बल्लेबाजी कौशल के लिहाज से हम शार्दुल पर भी विचार कर सकते थे, लेकिन उनकी धीमी रफ्तार गेंदबाजी, बल्लेबाजी के अनुकूल विकेट पर उन्हें आसान निशाना बनवा सकती है। विजय रथ पर सवार टीम में कोई परिवर्तन विशेषज्ञों को अखर सकता है। भले इस अवधारणा का अपना महत्व हो, लेकिन इससे भी अधिक महत्वपूर्ण है कि हम परिस्थितियों के अनुरूप समायोजन करें।क्या यह रक्षात्मक मानसिकता का प्रतीक है? हो सकता है, किंतु कई बार रणनीति में समायानुकूल परिवर्तन लाभकारी होता है। अश्विन एक विश्वस्तरीय गेंदबाज हैं, जिनके विरुद्ध बल्लेबाज संघर्ष करते हैं। साथ ही वह आठवें क्रम पर एक उपयोगी बल्लेबाज भी हैं। उन्हें टीम में लाना एक प्रकार से परिस्थितियों की दृष्टि से किसी इंश्योरेंस कवर जैसा है।
यह भी पढ़ें: अहमदाबाद में आएगा चौके-छक्‍के का तूफान या गेंदबाजों का होगा हल्‍ला बोल, जानें पिच रिपोर्टसलाह-मशविरों का कोई अभाव नहीं, लेकिन कोई भी अंतिम निर्णय तो कप्तान एवं कोच की अगुआई वाले टीम प्रबंधन को ही लेना है। जब आंकड़े एवं रुझान सही राह दिखाने में असमर्थ होते हैं तब अंतरात्मा की आवाज ही निर्णायक बनती है। परिणाम चाहे जो हो, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं कि हमारी टीम ने लोगों के दिलो-दिमाग को जीता है।
हम निर्विवाद रूप से दूसरों से श्रेष्ठ रहे हैं और भगवान न करे, पर एक खराब दिन इस तथ्य और तस्वीर को नहीं बदल सकता। ऐसे में मन में यह भाव आना स्वाभाविक है कि काश यह फाइनल बेस्ट आफ थ्री फार्मेट वाला होता। चलिए अथाह प्रार्थना, अनंत शुभकामना और अगाध आशा एवं भरपूर आत्मविश्वास के साथ फाइनल मुकाबले के साक्षी बनते हैं। अंतिम एकादश चाहे जो रहे, लेकिन इस बार विश्व कप भारत आता दिख रहा है।

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Harbhajan Singh Exclusive Interview: भज्‍जी को उम्‍मीद, मुंबई इंडियंस के विवाद का असर टीम इंडिया पर न पड़े

अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्‍ली। देश के शीर्ष स्पिनरों में से एक हरभजन सिंह वर्तमान में कमेंट्री में जलवे दिखा रहे हैं। राज्यसभा सांसद हरभजन का मानना है कि अमेरिका और वेस्टइंडीज में होने वाले आगामी टी-20 विश्व कप में चार स्पिनरों का चयन थोड़ा अधिक है। एक स्पिनर की जगह रिंकू सिंह को टीम में होना चाहिए था। अभिषेक त्रिपाठी ने हरभजन सिंह से विशेष बातचीत की, पेश हैं मुख्य अंश

सवाल – 2007 के बाद हम आज तक टी-20 विश्व कप ट्राफी क्यों नहीं जीते, जबकि हमारे यहां आईपीएल जैसी बड़ी लीग होती है?
जवाब – मेरे लिए भी यह अब तक रहस्य ही बना हुआ है। मैं स्वयं नहीं समझ सका हूं कि क्यों नहीं हम जीत पाए। 2007 में जब हमने विश्व कप जीता तब हमारे पास आईपीएल जैसा टूर्नामेंट भी नहीं था। मुझे नहीं पता कि हम क्यों नहीं जीत पा रहे, लेकिन एक चीज अच्छी यह हुई कि हमने 2011 विश्व कप जीत लिया था। आईपीएल इतना बड़ा टूर्नामेंट हो गया, लेकिन हम अब तक नहीं जीत सके सच में यह समझ से बाहर की बात है। जब हम पहली बार खेले थे तब इस प्रारूप की इतनी जानकारी नहीं थी। अब इतना खेलते हैं, टी-20 हमें समझ भी आता है, जानकारी भी है, उसके बावजूद यह सच में अचंभित कर देता है।

सवाल – वर्तमान टीम को देखकर आपको क्या लगता है क्या ये विश्व कप जीत पाएगी? क्या आप भी यह मानते हैं कि युवाओं को अधिक अवसर मिलना चाहिए था या आप इस चयन से संतुष्ट हैं?जवाब – देखिए अब तो टीम बन गई है। नए और पुराने की बात तो अब पीछे रह गई। अब जो टीम बनी है उसमें हमारी बल्लेबाजी अच्छी लग रही है, हमारा स्पिन अटैक बहुत तगड़ा है। तेज गेंदबाजी में केवल तीन ही सीमर्स हैं, अगर कोई भी चोटिल हुआ तो हमारी परेशानी बढ़ सकती है। ये निर्भर करेगा कि वहां की पिचें कैसी हैं। मुझे लगता है कि शायद वहां पर धीमी पिचें होंगी, लेकिन इसके बावजूद कभी भी आप चार स्पिनर से तो नहीं खेलेंगे।

एक मैच में तीन भी नहीं खेलेंगे। मुझे लगता है कि इस टीम में रिंकू सिंह जैसे खिलाड़ी को होना चाहिए था। उनकी बहुत कमी खलेगी। मैच वहीं फंसेगा, जहां आपको 20 गेंद में 50 या 60 रन चाहिए होंगे और वैसी परिस्थितियों में आपके सर्वश्रेष्ठ विकल्प वर्तमान में रिंकू सिंह हैं। मेरे अनुसार उन्हें इस टीम में होना चाहिए था। एक स्पिनर कम चल सकता था, और उनके स्थान पर रिंकू को अवसर मिलता तो यह बेहतर होता।
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जवाब – इसकी वजह अगर पूछनी है तो चयनकर्ताओं से पूछा जाना चाहिए। मैं अगर कुछ बोलूंगा तो बवाल हो जाएगा। मैं यही बोल सकता हूं कि उन्हें प्रबंधन की ओर से वैसा समर्थन नहीं है जैसा कि कई अन्य खिलाड़‍ियों को है। अगर उन्हें वैसा समर्थन मिलता तो वह टीम में अवश्य होते क्योंकि सब कुछ वो कर रहे हैं, जो वह कर सकते थे। प्रदर्शन कर के उन्होंने दिखाया है, जो किसी खिलाड़ी से आशा की जाती है। मुझे नहीं पता उन्हें टीम में होने के लिए इसके अलावा और क्या करना चाहिए था। खिलाड़ी के रूप में वह जो कर सकते थे, उन्होंने किया। उनके साथ न्याय तभी होता जब वह टीम में होते।
सवाल – आईपीएल के ठीक बाद भारत ने अब तक तीन टी-20 विश्व कप खेले हैं। तीनों में प्रदर्शन बहुत खराब रहा है। इस बार भी हम तुरंत बाद खेल रहे हैं। आपको क्या लगता है हमें लाभ मिलेगा या नुकसान होगा?जवाब – मेरे अनुसार इसके दोनों पहलू हैं। पहला तो ये कि आप इसी प्रारूप में खेलते हुए इस वैश्विक टूर्नामेंट में जाएंगे। ऐसा नहीं है कि आप टेस्ट क्रिकेट खेलकर टी-20 में जा रहे। पिछली बार हम टी-20 खेलकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप खेलने चले गए थे। वह बिल्कुल अलग प्रारूप था। वहां आपको बल्ला थोड़ा संभाल कर चलाना है क्योंकि यहां (आईपीएल) बल्ला चलता है।
ये मुझे लगता है कि एक लाभ है जो हमें मिलेगा। वहीं इसके नुकसान की बात करें तो बाकी टीमें हमारे खिलाड़‍ियों से अधिक तरोताजा रहेंगी। हमारे खिलाड़ी आईपीएल में थोड़े अधिक थकते हैं। यहां खेलने के साथ-साथ इतनी यात्रा करनी पड़ती है कि थकान होना स्वाभाविक है। दो महीने के इस टूर्नामेंट में आपको पूरी जान झोंकनी पड़ती है। इसमें शरीर पर बहुत जोर पड़ता है। प्रदर्शन तभी निखरता है जब शरीर थका नहीं हो। यहां सबसे महत्वपूर्ण है कि 25-30 दिन के टूर्नामेंट में आपको अपने शरीर को उसी तरीके से चलाना है जैसा कि आपने आईपीएल में चलाया है।
सवाल – रोहित शर्मा ने चार स्पिनरों के चुनने को लेकर कहा था कि यह हमारी रणनीति है। हमें अमेरिका में केवल एक मजबूत टीम पाकिस्तान से भिड़ना है तो क्या हमने केवल वेस्टइंडीज की पिचों को देखकर ही रणनीति बनाई है?जवाब – वेस्टइंडीज में कभी ऐसा नहीं हुआ कि आप केवल स्पिनरों पर ही भरोसा करोगे। मेरे अनुसार चार सीमर भी लग्जरी होते हैं और चार स्पिनर भी लग्जरी ही होते हैं। उनके होने से आप थोड़े निंश्च्ति जरूर हो जाते हो, लेकिन आपको इसकी आवश्यकता नहीं है। बाकी योजना क्या है क्योंकि चार तो इकट्ठे आप कभी भी नहीं खिलाओगे। आप केवल दो ही खिलाओगे उसमें भी आपके रवींद्र जडेजा तो होंगे ही होंगे या आप कुलदीप यादव को चुनोगे या फिर युजवेंद्र को खिलाओगे।
इन दोनों को खिलाते हो तो तीन हो जाते हैं। आप संयोजन कैसे बनेगा? ये भी तो देखने वाली बात है। अगर तीन स्पिनर जडेजा को मिलाकर खेलते हैं तो किसी एक को पावरप्ले में गेंदबाजी करनी पड़ेगी। पहले ओवर से लेकर छठे ओवर तक किसी को दो ओवर डालने पड़ेंगे, तब जाकर तालमेल बैठेगा। चार स्पिनर को लेकर जाना थोड़ा अधिक है।सवाल – 2007 टी-20 विश्व कप को अगर छोड़ दें तो चयन में हमारी सोच बहुत रूढ़‍िवादी रहती है। क्या हम बड़े नामों के प्रति अधिक आकर्षित हैं?
जवाब – आकर्षण नहीं, मुझे लगता है कि चयन के दो तरीके होते हैं। पहला कि या तो आप बिल्कुल युवा के साथ जाइए, दूसरा सबसे अनुभवी खिलाड़‍ियों की ओर रुख कीजिए। ये बीच का रास्ता ढूंढ़ना, कि दो चार युवा और शेष अनुभवी ये अब तक कारगर नहीं साबित हुई है। मैं अगर चयनकर्ता होता तो युवा टीम भेजता लेकिन जो टीम अभी चुनी गई है मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। यह टीम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके आए यही दुआ कर सकते हैं।सवाल – भारतीय टीम अगर दूसरे दौर में पहुंचती है तो उसे बारबाडोस, एंटीगुआ और सेंट लूसिया में खेलना होगा। सेमीफाइनल में पहुंचे तो गयाना में भी खेलना होगा। कैरिबियाई पिच को आप कैसे आंकते हैं?जवाब – ये सभी बल्लेबाजी के अनुकूल पिच हैं। थोड़ी बहुत भारत से मिलती-जुलती पिच हैं। कुछ पिच में बाउंस थोड़ा ज्यादा होगा। ऑस्ट्रेलिया में आप देखते हैं कि वहां पिच पर गेंद बाउंस होती है, लेकिन वहां गेंद स्विंग नहीं करती। यहां आपको गेंद स्विंग करती भी दिखेगी। समुद्री हवा के कारण गेंद स्विंग करती है। विकेट पर घास शायद ही किसी जगह दिखे। वहां की स्थिति भारत से अलग नहीं होगी। दिन के मैच हैं इसलिए एक बात अच्छी है कि ओस का प्रभाव नहीं होगा और पिच धीमी होगी।कोई यह नहीं कह सकता कि हम ओस के कारण लक्ष्य का बचाव नहीं कर सके। अब देखना यह होगा कि हमारी रणनीति क्या होगी, पहले बल्लेबाजी या गेंदबाजी। आम तौर पर हम यह देखते हैं कि दिन के मैच में मानसिकता यही होती है कि पहले बल्लेबाजी कर लो।सवाल – आजकल क्रिकेटर कैमरे पर भारत-पाक मैच को एक सामान्य मैच बताते हैं। क्या आपके समय में भी ऐसा ही होता था?जवाब – हमारे समय की पाकिस्तानी टीम साधारण नहीं थी। कहां वसीम अकरम और कहां शाहीन शाह अफरीदी। दोनों में जमीन-आसमान का अंतर है। कहां वकार यूनुस और कहां आजकल ये गेंदबाज। सकलेन मुश्ताक के बाद वैसा गेंदबाज नहीं आया, जो आखिरी ओवर में चार रन भी बचा सकता था। वो टीमें अलग थीं। उनकी बल्लेबाजी भी अच्छी थी, गेंदबाजी भी अच्छी थी और वे लड़कर खेलते थे।उनके क्रिकेट का स्तर नीचे चला गया है। बहुत लोग इसे नहीं मानते हैं, लेकिन मैं इसे मानता हूं। एक आध मैच भले ही वे जीत गए हों लेकिन हाल के दिनों में भारत उनपर हावी रहा है।यह भी पढ़ें: Nitin Menon Interview: IPL में अनूठा रिकॉर्ड बनाने वाले अंपायर ने खोले कई राज, इस नई तकनीक के फायदे भी बताएसवाल – आजकल भारत-पाकिस्तानी खिलाड़‍ियों के बीच माहौल में भी वह टेंशन नहीं रहती?जवाब – नहीं, ऐसा नहीं है। पहले भी हम लोग एक-दूसरे से बातचीत करते ही थे। हां, मैच के दिन माहौल बहुत तनावपूर्ण होता था। अब भी तकरीबन चीजें वैसी ही हैं। हमारी जुबान एक है, बात एक तरीके से करते हैं लेकिन ये नहीं है कि हम अपने नेट छोड़कर उधर चले जाएं, वो अपने नेट छोड़कर इधर आ जाएं वो नहीं होता था।सवाल – टी-20 प्रारूप में आप स्पिनरों की भूमिका को कैसे देखते हैं? आजकल 260-265 रन बन रहे हैं?जवाब – इंपैक्ट प्लेयर नियम ने बल्लेबाजों को आक्रामक होने का लाइसेंस दे दिया है। मेरे ख्‍याल से तो इसे हटा देना चाहिए। स्पिनरों को मार इसलिए भी पड़ रही है कि बल्लेबाजों को बिल्कुल अब डर ही नहीं है क्योंकि अब नौ नंबर तक बल्लेबाजी है। बल्लेबाज सोचता है कि हर गेंद पर प्रहार किया जाए। ये वर्ष गेंदबाजों के लिए अच्छा नहीं रहा है, फिर भी क्वालिटी गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की है जैसे कि बुमराह, चहल, सुनील नरेन।हर्षित राणा जैसे युवा ने भी अच्छा किया है। ट्रेविस हेड और अभिषेक शर्मा ने इस प्रारूप को खेलने का अंदाज ही बदल दिया है। इस नियम ने गेंद और बल्ले के नियम को थोड़ा असंतुलित कर दिया है।सवाल – 2019 तक कुलदीप और चहल (कुलचा) जोड़ी की बहुत चर्चा होती थी। अब एक बार फिर दोनों एकसाथ आ गए हैं। क्या इन दोनों को इकट्ठा खिलाना चाहिए?जवाब – दोनों जब-जब साथ खेले हैं तो उनका रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है। बल्लेबाज की सोच होती है कि एक गेंदबाज के सामने थोड़ा रोक लेता हूं, दूसरे के विरुद्ध आक्रमण करूंगा। क्योंकि ये दोनों गेंदबाज आक्रामक हैं, इसलिए जब ये एक साथ खेलते हैं तो विकेट लेने की संभावना बढ़ जाती है। दोनों को साथ खेलना तो चाहिए, लेकिन जगह कैसे बनेगी ये देखना होगा।सवाल – क्या हम तेज गेंदबाजी में बुमराह पर अधिक अतिनिर्भर हैं?जवाब – हां, तो किस पर करें। बुमराह, गेंदबाजों के विराट कोहली हैं, तो उन पर निर्भरता तो रहेगी ही। वैसे गेंदबाज तो और भी हैं, लेकिन बुमराह रहते हैं तो ये रहता है कि चलो बुमराह तो है ही न। उन पर निर्भरता अधिक है।सवाल – मुंबई इंडियंस में जो हुआ क्या आप उसका असर टीम इंडिया पर भी देख रहे हैं?जवाब – यह होना तो नहीं चाहिए क्योंकि अगर वैसा माहौल रहेगा तो कोई भी टीम अच्छा नहीं कर पाएगी। उस टीम में ऐसे खिलाड़ी थे जो ट्रॉफी जीत सकते थे, लेकिन वे एकजुट होकर नहीं खेले। ऐसे माहौल में विश्व की कोई भी टीम नहीं जीत सकती है। चाहे वो टीम कितनी भी बड़ी टीम क्यों न हो। उदाहरण हमारे सामने ही है।उम्मीद है कि ऐसा कोई काम नहीं हो जिसका प्रभाव टीम इंडिया पर पड़े। कप्तान और उपकप्तान को बैठकर इस मामले को सुलझाना होगा क्योंकि आईपीएल हर साल आता है, विश्व कप नहीं। आईपीएल एक बहुत बड़ा टूर्नामेंट है, परंतु फिर भी यह घरेलू टूर्नामेंट है।विश्व कप का स्तर इससे बिल्कुल अलग है। मुझे लगता है कि जितने भी सीनियर खिलाड़ी हैं जैसे कि रोहित, विराट, हार्दिक, बुमराह सभी को एक साथ बैठना चाहिए और एक साथ टीम को आगे लेकर जाना चाहिए। जब तक वो सब बैठकर बातचीत नहीं करेंगे ये हल नहीं होगा। एक बार सब बैठकर बातचीत करें और अगर मन में कुछ है तो इसे समाप्त करें।यह भी पढ़ें: T20 World Cup 2024: भारत के ग्रुप वाली किस टीम में है कितना दम? पाकिस्‍तान मजबूत, लेकिन इस टीम से बड़ा खतरा

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ENG vs IND: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से बाहर रहेंगे रोहित शर्मा! क्‍या है वजह? विदर्भ के खिलाड़ी की लग सकती है लॉटरी

भारतीय टीम जून में इंग्लैंड का दौरा करेगी। पांच मैच की टेस्ट सीरीज से कप्तान रोहित शर्मा के बाहर रहने की खबर है। रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि आईपीएल खत्म होने के बाद भारतीय वनडे और टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा छुट्टी पर रहेंगे। वहीं विराट कोहली को स्क्वाड में जगह मिल सकती है। जबकि करुण नायर को इंडिया-ए टीम में जगह मिल सकती है।

 स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। टेस्ट में खराब फॉर्म से जूझ रहे भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का इंग्लैंड दौरे पर जाना संदिग्ध है। एक रिपोर्ट के अनुसार, रोहित शर्मा ने खुद इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से हटने का फैसला किया है। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि विराट कोहली की स्क्वाड में जगह बन सकती है।

इंडिया टूडे की रिपोर्ट के अनुसार, रोहित शर्मा टेस्ट में अपने खराब प्रदर्शन के कारण इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय क्रिकेट टीम की आगामी टेस्ट सीरीज से बाहर हो सकते हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान ने पहले ही यह फैसला ले लिया है।

स्क्वाड में शामिल रहेंगे विराट

सूत्रों ने कहा कि विराट कोहली की टीम में जगह बन सकी है। बता दें कि रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान 3 मैच में सिर्फ 31 रन बनाए और उन्होंने सिडनी में अंतिम मैच के लिए खुद को बाहर भी कर लिया था।

इस बीच, भारत के कुछ स्टार खिलाड़ियों के इंडिया ‘ए’ टीम का हिस्सा बनने की संभावना है, जो टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए मई-जून के दौरान दो, चार दिवसीय मैचों में लायंस का सामना करेगी।

45 दिन का है भारतीय टीम का इंग्लैंड दौरा

भारत अपने 45 दिनों के इंग्लैंड दौरे की शुरुआत 20 जून को हेडिंग्ले में पहले टेस्ट मैच के साथ करेगा, जिसमें वह 2007 के बाद से ओल्ड ब्लाइटी में पहली सीरीज जीतने का प्रयास करेगा।

ईसीबी ने की पुष्टि

इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने एक बयान में कहा, पहला चार दिवसीय मैच 30 मई से कैंटरबरी के सेंट लॉरेंस स्थित स्पिटफायर ग्राउंड पर खेला जाएगा। दूसरा मैच एक सप्ताह बाद 6 जून को नॉर्थम्पटन के काउंटी ग्राउंड पर खेला जाएगा।

चयनकर्ताओं के पास काफी समय

गौरतलब हो कि सभी प्रमुख भारतीय क्रिकेटर इस समय अपनी-अपनी आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ टूर्नामेंट में विजी हैं। लीग के नॉकआउट मैच 20, 21 और 23 मई को खेले जाएंगे और फाइनल 25 मई को होगा। इससे चयनकर्ताओं को इंग्लैंड दौरे से पहले इंडिया ए टीम की घोषणा करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा।ऐसा माना जा रहा है कि करुण नायर की इंडिया ए टीम में वापसी हो सकती है। करुण ने 2024-25 के घरेलू सत्र में काफी प्रभावशाली प्रदर्शन किया है, वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे।
इसके अलावा रणजी ट्रॉफी में नौ मैचों में 54 की औसत से चार शतक और दो अर्द्धशतक के साथ 863 रन बनाकर चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उनके शानदार फॉर्म की बदौलत विदर्भ ने फाइनल में केरल को हराकर अपना तीसरा रणजी खिताब जीता।यह भी पढे़ं- IPL 2025: रोहित शर्मा की ये कैसी शुरुआत? धांसू रिकॉर्ड बनाया और नाक भी कटाई
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Aaron Finch regains touch, leads Australia to impressive victory over Ireland

Australia got their ICC Men’s T20 World Cup defence back on track with a 42-run win over Ireland at the Gabba in Brisbane on Monday.

Ireland, chasing Australia’s 179-5, were all out for 137 in the 19th over to put Australia level on five points with leaders New Zealand, who have a game in hand, at the top of Group 1.

Standings after AUSvIRE

TEAM PLAYED WON LOST N/R NET RR PTS
NZ 3 2 0 1 +3.850 5
AUS 4 2 1 1 -0.304 5
ENG 3 1 1 1 +0.239 3
IRE 4 1 2 1 -1.544 3
SL 3 1 2 0 -0.890 2
AFG 3 0 1 2 -0.620 2

England, who play New Zealand on Tuesday, are third, two points behind Australia but with a superior net run rate, a factor that could become crucial in a tight group.

Ireland, also on three points, had outside hopes of reaching the semi-finals before the match but they were blown away in the chase by the pace and inswing of Mitchell Starc and then by the scoreboard pressure of their 180-run target.

They slumped to 25-5 and handed the World Cup hosts a comfortable win despite a superb unbeaten 71 from Lorcan Tucker.

Australia captain Aaron Finch, who won the man of the match award for his 63 runs, said scoring had not been straightforward.

“It wasn’t the easiest wicket, it was a lot slower than what we expected,” Finch said.

“They changed their pace really well and bowled a lot of cutters early in the innings.

“It was hard to get a rhythm and we did well to get 179.”

Earlier Finch had stormed back into form with his 44-ball knock which contained five fours and three sixes, answering critics who had called for him to be dropped after a poor run with the bat.

Finch denied he had been affected by all the chatter. “Nah, not feeling the pressure at all to be honest,” Finch said.

“The support from the change room and support staff has been incredible. T20 is a high risk-game, sometimes it comes off, sometimes it doesn’t.”

He stayed patient, playing the anchor role as Australia lost their first three wickets to tight Irish bowling.

– Ireland ‘making progress’ –

His circumspect approach paid off and Finch profited after the Ireland attack began to falter under the pressure of an onslaught from Marcus Stoinis, who blasted 35 off 25 balls.

Ireland started their run chase briskly but suffered a big blow when captain Andy Balbirnie was bowled by Pat Cummins for six off the last ball of the second over.

He was followed almost immediately by the dangerous Paul Stirling, who was caught at mid-off by Cummins from part-time spinner Glenn Maxwell for 11.

Maxwell then had Harry Tector caught at square leg with Ireland on 24 and the game was as good as over one run later when Starc clean bowled Curtis Campher for a duck.

Starc was bowling with real pace and he struck again with another beautiful inswinger to account for George Dockrell, leaving Ireland reeling at 25-5.

Tucker and Gareth Delany led a slight recovery until Delany skied to Maxwell trying to belt Stoinis for six.

Tucker, who had come in at number three, played a lone hand, amassing his 71 from 48 deliveries until he ran out of partners.

“We’re making progress to keep up with these big teams – looking at the scoreboard we thought it wasn’t against us,” captain Balbirnie said.

“Again the wickets column was a problem and who knows if someone had stayed with Tucker.”

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